भोपाल| महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को लेकर दिए बयान पर भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर चौतरफा घिरी हुई हैं| उनके बयान का जहां विरोधी दलों ने तीखा विरोध किया है वहीं भाजपा ने भी उनसे किनारा कर लिया और सांसद प्रज्ञा को संसद में दो बार माफ़ी मांगनी पड़ी| हालाँकि कांग्रेस उनकी माफ़ी से संतुष्ट नहीं है| मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर साध्वी प्रज्ञा की माफ़ी पर जमकर हमला बोला है|
भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में की गई टिप्पणी को लेकर शुक्रवार सुबह माफी मांगी। साथ ही कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। लेकिन विपक्ष उनकी माफी से संतुष्ट नहीं हुआ और मांग की कि वह बिना शर्त माफी मांगें। जिसके बाद साध्वी ने दोबारा अपने बयान पर माफी मांगी और कहा कि उन्होंने गोडसे के नाम का उल्लेख नहीं किया था। साध्वी की माफ़ी के बाद भी कांग्रेस उनके बयान पर हमला बोल रही है| सीएम कमलनाथ ने कहा साध्वी प्रज्ञा को अपने बयान पर अभी भी कोई आत्मग्लानि या शर्मिंदगी नहीं है|
स्पष्ट करें गांधी जी की विचारधारा के साथ है या गोडसे की
सीएम नाथ ने इस संबंध में ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा “एक बार नहीं दो-दो बार राष्ट्रपिता के हत्यारे गोडसे को देशभक्त बताने वाली सांसद प्रज्ञा ठाकुर का यह कहना कि सदन में मेरे दिये गये बयान को तोड मरोड कर ग़लत ढंग से पेश किया गया है, बेहद आश्चर्यजनक है। उनके बयान को सुनकर कही से भी ऐसा नहीं लगा कि उनको अपने बयान पर अभी भी कोई आत्मग्लानि या शर्मिंदगी है। वे अभी भी कह रही है कि उनकी टिप्पणी से यदि किसी को ठेस पहुँची हो तो वो क्षमा चाहती है। इससे समझा जा सकता है कि उनको ख़ुद अपने बयान पर आज भी कोई ग्लानि नहीं है। अपने बयान में उन्होंने गोडसे को लेकर आज भी अपनी सोच व विचार स्पष्ट नहीं किये। उन्होंने लिखा भाजपा का भी उनके मामले में रूख अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। भाजपा नेतृत्व को व सांसद प्रज्ञा ठाकुर को पूरे देश के सामने यह स्पष्ट करना चाहिये कि वे गांधी जी की विचारधारा के साथ है या गोडसे की ?
एक बार नहीं दो-दो बार राष्ट्रपिता के हत्यारे गोडसे को देशभक्त बताने वाली सांसद प्रज्ञा ठाकुर का यह कहना कि सदन में मेरे दिये गये बयान को तोड मरोड कर ग़लत ढंग से पेश किया गया है , बेहद आश्चर्यजनक है।
1/3— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 29, 2019