भोपाल। उज्जैन के संभागीय संगठन मंत्री प्रदीप जोशी के अश्लील वीडियो के सामने आने के बाद भाजपा को काफी किरकिरी का सामना करना पड़ा था। पार्टी ने भविष्य में ऐसी कोई घटना सामने न हो जिससे पार्टी और नेता को शर्मिंदा होना पड़े इसके लिए अब संगठन मंत्रियों पर पार्टी खुफिया नज़र रखेगी।
पार्टी अपने संगठन मंत्रियों के व्यवहार और गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाएगी। इसके लिए पार्टी अपने विश्वस्त पदाधिकारियों के जरिए से जानकारी हासिल करेगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके इसलिए ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं। जिससे पार्टी और नेताओं की किरकिरी की नौबत न आए। यही नहीं पार्टी अपने नेताओं के आचरण को लेकर भी चिंतित है। प्रदेश में यह दूसरा अश्लील वीडियो कांड है जिसके बाद पार्टी को बैकफुट पर आना पड़ा है। इससे पहले पूर्व मंत्री राघव जी का एक वीडियो सामने आया था। ऐसे मा��ले से जनता में पार्टी की छवि भी दागदार होती है। यही नहीं सूत्रों का कहना है कि पार्टी के सदस्य अभियान को भी इस कांड के बाद से झटका लगा है।
इसका असर पार्टी के सदस्यता अभियान पर भी देखने को मिला है। पार्टी के छोटे बड़े नेता जनता के बीच जाकर उनसे पार्टी ज्वाइन करने के लिए कह रहे हैं। बीजेपी नेताओं के जनता के सवालों का भी सामना करा पड़ रहा है जिससे वह काफी शर्मसार हो रहे हैं। ऐसे सवालों का जवाब देना नेताओं के लिए मुश्किल हो रहा है। इन सबको देखते हुए पार्टी ने अब संगठन मंत्रियों की रिपोर्ट तैयार करवाने के लिए कदम उठाया है। वहीं, कांग्रेस ने इस मुद्दे को उछाल रखा है और चाल चरित्र चहरे पर सवाल उठ रहे हैं, आगे ऐसे शर्मकांड पार्टी में शामिल न हो इसके लिए खुफिया नजर रखी जा रही है।
गौरतलब है कि अश्लील वीडियो और युवक के साथ अश्लील चैटिंग करने के मामले को भाजपा संगठन ने गंभीरता से लेकर संभागीय संगठन महामंत्री प्रदीप जोशी को सभी पदों से मुक्त कर दिया था। कुछ दिनों से वीडियो और चैटिंग पार्टी नेताओं के बीच चर्चा में थे, लेकिन सोशल मीडिया पर सार्वजनिक होने पर यह कठोर कदम उठाया