भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब तो हो गई है लेकिन सोमवार को पार्टी की अग्नी परीक्षा है। कांग्रेस को सदन में बहुमत पेश करना होगा। लेकिन इससे पहले बीएसपी के विधायकों के तेवर बदले हुए नजर आ रहे हैं। एक ओर सियासी हल्कों में इस बात का शोर है कि बीजेपी खरीद फरोख्त कर सकती है वहीं अब बीएसपी की विधायक रामबाई ने भी बड़ा बयान दे कर कांग्रेस को संकेत दे दिए हैं कि उनकी उपेक्षा पार्टी को भारी पड़ सकती है। विधायक रामबाई ने कहा कि हम बीएसपी प्रमुख बहन जी मायावती के आदेश का पालन करेंगे। अगर उन्होंने समर्थन के लिए कहा है तो हम कांग्रेस के साथ हैं अगर वह मना करेंगी तो हम पीछे हट जाएंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह तय करना होगा कि हमारी भागीदारी सरकार में क्या होगी। हमें अब तक ये समझ नहीं आ रहा है कि हमारी भागीदारी अभी क्या है। बीजेपी नेताओं से संपर्क में होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में मिलने के लिए सभी दल के लोग आते हैं। बीजेपी के लोग भी आ रहे हैं। भोपाल में भी कई नेताओं ने मुलाकात की। लेकिन हम बहनजी के आदेश का पालन कर रहे हैं इसलिए कांग्रेस के साथ हैं। अगर बहनजी का आदेश नहीं होता तो हम कांग्रेस को बताते। वहीं, उनसे पूछा गया कि क्या बीएसपी विधायक विधानसभा अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हैं उन्होंने इस सवाल के जवाब में कहा कि इसका निर्णय बहनजी करेंगी।