MPPSC में तीन अंको से पिछड़े तो हालातों ने इस नेता को बना दिया विधायक

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भोपाल। सोमवार को मध्यप्रदेश की नवगठित 15वीं विधानसभा के सत्र की शुरुआत हुई। प्रोटेम स्पीकर दीपक सक्सेना ने पहले दिन 227 विधायकों को शपथ दिलाई।अवकाश के चलते भाजपा विधायक मालिनी गौड़ और यशोधरा राजे सिंधिया शपथ नही ले पाई, हालाँकि दोस्सरे दिन उन्होंने शपथ ली।  पहले दिन शपथ लेने वाले 227  विधायक में 90  ऐसे विधायक थे जो पहली बार चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे। लेकिन क्या आपको पता है कि चुनाव जीतने पहले ये विधायक क्या करते थे। आज हम आपको ऐसे ही एक विधायक के बारे में बताने जा रहे है जो चुनाव से पहले ना सिर्फ खुद पढ़ते थे बल्कि बच्चों को भी पढ़ाया करते थे और ये सिलसिला अब भी जारी है।

दरअसल, हम बात कर रहे है खंडवा जिले की पंधाना विधानसभा सीट से विजयी हुए विधायक राम डोंगरे की। जिन्होंने कांग्रेस की छाया मोरे के बीच 22  हजार ज्यादा वोटों से हराया था। राम डोंगरे को 91, 844 वोट मिले थे, वहीं, छाया मोरे 68,094 वोट प्राप्त किए थे। मंगलवार को पहली बार विधायक का चुनाव जीतकर शपथ लेने विधानसभा पहुंचे बीजेपी के राम डोंगरे ने मीडिया से चर्चा के दौरान कही अनुभव बांटे। उन्होंने खुद को एक नेता ना बताकर छात्र बताया। उन्होने कहा कि वे विधायक नही बनने चाहते थे, लेकिन परिस्थितियां ऐसे उत्पन्न हुई कि वे विधायक बन गए। वे तो पीएससी की तैयारी कर रहे थे।


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