भोपाल| बीजेपी सांसद जीएस डामोर की मुश्किले बढ़ गई हैं| सिंहस्थ घोटाले में डामोर पर शिकंजा कस गया है| EOW ने सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है| सरकार की इस कार्रवाई से सियासत गरमा गई है| बीजेपी ने इसे राजनीतिक द्वेष से की जा रही बदले की कार्रवाई बताया| वहीं पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि हम तथ्यों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं जबकि केन्द्र की बीजेपी सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है|
डामोर पर इंदौर में पीएचई विभाग में चीफ इंजीनियर रहते पानी की टंकी खरीदी में घोटाला करने के आरोप लगे हैं| साथ ही 2016 में सिंहस्थ में टंकी खरीदी में ज्यादा कीमत बताने का भी आरोप है| जीएस डामोर के खिलाफ उज्जैन के एक ठेकेदार आत्मजीत सलूजा ने EOW में शिकायत दर्ज कराई है| EOW ने सिंहस्थ के दौरान टंकी खरीदी में हुई गड़बड़ी के मामले में प्राथमिकी दर्ज की है| ये गड़बड़ी उसी दौरान हुई थी जब जी एस डामोर इंदौर में पदस्थ थे और पीएचई के चीफ इंजीनियर थे|
आमने सामने बीजेपी और कांग्रेस
इस कार्रवाई से सियासत गरमा गई है| पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने EOW की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है| उनका कहना है सिंहस्थ घोटाले में सरकार के मंत्री ही पहले क्लीन चिट दे चुके हैं| वहीं बीजेपी सांसद जीएस डामोर पर एफआईआर को लेकर कमलनाथ सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि हम तथ्यों के आधार पर कार्रवाई कर रहे हैं जबकि केन्द्र की बीजेपी सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है | उन्होने कहा कि जिन लोगों का जांच आयोग की रिपोर्ट में नाम आ रहा है चाहे वो हनीट्रैप का मामला हो चाहे पेंशन घोटाले का मामला हो चाहे सिंहस्थ घोटाले का मामला हो हम तथ्य के आधार पर आरोपी बना रहे हैं| बीजेपी तो बिना एफआईआर के लोगों को जेल में डाल रही है|