भोपाल।
मध्य प्रदेश विधानसभा से निपटने के बाद प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने पार्टी से सभी प्रत्याशियों को मतगणना के नियमों का पाठ पढ़ाया। जिसके बाद वह दिल्ली रवाना हो गए। दिल्ली में कमलनाथ ने फीडबैक के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से एक डेलिगेशन के साथ मुलाकात की। उन्होंने प्रदेश में कांग्रेस की जीत का दावा भी किया है। सूत्रों के मुताबकि कांग्रेस सत्ता में आती है तो आगे की क्या रणनीति होगी इस पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली में भारत निर्वाचन आयोग में भी ईवीएम मामले को लेकर मुख्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात की।
खबर है कि इस फीडबैक को लेकर उन्होंने पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से चर्चा की है और कई फैसले लिए गए।वही आगे की रणनीतियों पर भी बातचीत की गई। इसके बाद नाथ ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर ईवीएम की सुरक्षा सुनिश्चित करने और वोटों की उचित गिनती के लिए पूर्ण बेहतर व्यवस्था की मांग की। वही लापरवाही पर कांग्रेसियों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने की कार्रवाई करने की भी मांग की।यहां से कमलनाथ 10 दिसंबर केदारनाथ को लिए रवाना होंगें। चुनाव के बाद और नतीजों के पहले कमलनाथ की यह पहली यात्रा होगी।
क्या कहता है कांग्रेस का फीडबैक
मतदान के बाद कांग्रेस द्वारा करवाए गए फीडबैक में सभी 230 विधानसभाओं सीटों से जुडे लगभग ६५ हजार से ज्यादा मतदान केन्द्रों की बूथवार गणना कर उसका परीक्षण करवाया गया है। कांग्रेस को अनुमान है कि मुस्लिम, कर्मचारी, पिछड़े और दलित वोट उसके पक्ष में ही रहेंगें। कुछ पिछड़ी जातियों के पोलिंग बूछ को खंगाला गया है, जिसमें वोट प्रतिशत के अंतर को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस इस बात का अनुमान लगा रहा है कि उसे भाजपा की तुलना में ज्यादा सीटे मिलने की संभालना है। यही कारण है कि कांग्रेस 140 से ज्यादा सीटों के साथ जीत का दावा कर रही है।
प्रत्याशियों को दी यह नसीहत
मतगणना के दौरान सावधानी बरतने और सतर्क रहने के लिए सभी 229 प्रत्याशियों को वरिष्ठ नेताओं ने टिप्स दिए।वही नाथ ने सभी को नसीहत देते हुए कहा कि नतीजे घोषित होने तक मतगणना स्थल पर डटे रहें। बेहद सतर्क और सजग रहने की जरूरत है, वकील अथवा जानकार लोगों को ही एजेंट बनाएं। मोबाइल-लेपटॉप न खुद ले जाएं, न दूसरों को ले जाने दें। शिकायतों के लिए त्रिस्तरीय लीगल कॉल सेंटर बनाए जाने की सूचना भी दी गई। मतगणना के दिन सबको सावधान रहना है और आशंका होने पर सशक्त विरोध दर्ज कराना है। समाधान होने पर ही मतगणना को जारी रखने देना है। मुझे आशा है कि प्रशासन पूरी निष्पक्षता के साथ प्रत्याशियों की आपत्तियों का समाधान करेगा, क्योंकि उन्हें पता है कि 11 के बाद 12 दिसंबर भी आने वाला है। हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि हर राउंड के बाद उसकी रिजल्ट शीट दें और उस पर आरओ एवं प्रत्याशी के हस्ताक्षर भी कराएं। ऐसा होने के बाद ही आप दूसरा राउंड शुरू होने दें।