भोपाल।
इन दिनों कांग्रेस में पीसीसी चीफ चुनने को लेकर जमकर घमासान मचा हुआ है। अबतक कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का फैसला नही कर पाई है। भोपाल से लेकर दिल्ली तक सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि आखिर कमान किसको मिलेगी। हाल ही में प्रदेश प्रभारी दीपक वाबरिया मप्र दौरे पर आए थे और फीडबैक लेकर गए। वही सिंधिया ने भी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से चर्चा की थी। इस पूरे घटनाक्रम के बीच आदिवासी नेता और वरिष्ठ कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह ने एक बार फिर अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठोकी है।साहू के दावे के बाद कांग्रेस में हलचल मच गई है।चर्चाओं का बाजार भी गर्माया हुआ है।
दरअसल, मध्यप्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हलचल तेज हो गई है। सभी गुट के नेता इसे लेकर काफी एक्टिव हो गए हैं। प्रदेश के प्रमुख नेता अपने-अपने समर्थकों को पीसीसी अध्यक्ष बनाने के लिए कवायद करने में जुट गए हैं। इसी कड़ी में आज मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस विधायक ने प्रदेशाध्यक्ष के लिए अपने दावेदारी पेश की। बिसाहू लाल साहू ने कहा कि वर्तमान में पार्टी में मुझसे सीनियर कम लोग है। मुझे जिम्मेदारी मिलती है तो मै लेने को तैयार हूं।उन्होंने कहा कि वे मंत्री या प्रदेश अध्यक्ष दोनों मे से कोई भी जिम्मेदारी पार्टी द्वारा दी जाती है तो वे जिम्मेदारी लेने को तैयार है।वरिष्ठ कांग्रेस विधायक बिसाहूलाल सिंह ने अध्यक्ष की दावेदारी ठोक सियासी हलकों में भूचाल ला दिया है।
पहले भी कर चुके है दावेदारी
साहू पहले भी पीसीसी चीफ के लिए दावेदारी ठोक चुके है।इससे पहले साहू ने दावा किया था कि 31 आदिवासी विधायकों ने राहुल गांधी को पत्र लिखा है और कहा है कि बिसाहू लाल सिंह दस सालों तक मंत्री रहे और पांच बार विधायक भी रहे है, वो एक आदिवासी नेता है , इसलिए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए ।बिसाहू लाल सिंह का कहना था कि मुझे मंत्री नहीं बनाया तो अब प्रदेश अध्यक्ष ही बना दें।