भोपाल।
सोमवार से 15 वी विधानसभा का पहला सत्र शुरु होने जा रहा है।इसके पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीएम हाउस पर आज शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है।विधायक दल की बैठक के बाद सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया है।बैठक में उपस्थिति के लिए सभी कांग्रेस विधायकों को व्हिप जारी किया गया।बैठक में विधानसभा सत्र को लेकर चर्चा होगी। साथ ही हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर भी विधायकों से चर्चा हो सकती है।चुंकी शनिवार को विधानसभा सत्र के दो दिन पहले हॉर्स ट्रेडिंग की खबरों से सियासी गलियारों में खलबली मची रही। बैठक में दिग्विजय और सिंधिया भी शामिल होंगें।
दरअसल, मंत्रिमंडल गठन के बाद पनपे असंतोष और भाजपा द्वारा स्पीकर का चुनाव लड़ने की खबरों से कांग्रेस सहमी हुई है। मायावती द्वारा भी समर्थन वापसी की धमकी ने कांग्रेस की नींद उड़ा रखी है।कांग्रेस को भय है कि भाजपा कर्नाटक की तरह उनके विधायकों को प्रलोभन में फंसा सकती है, इसी के चलते राजधानी के होटलों में रुके अपने विधायकों पर कांग्रेस नजर जमाए हुए है। इस बैठक में सपा और बसपा के साथ निर्दलीय विधायकों को भी शामिल होने का न्यौता दिया गया है। बताया जा रहा है कि दिग्गज नेता उन विधायकों से संपर्क में जुटे हैं। जिन पर आशंका है कि वो विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।
शनिवार को मची खलबली के बाद कांग्रेस अपने विधायकों से लगातार संपर्क में हैं। पार्टी महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह खुद शनिवार को सुबह से लेकर शाम तक कई बार इन होटलों में विधायकों से मिलने पहुंचे। । बताया जा रहा है कि देर रात कांग्रेस का दो निर्दलीय विधायकों के साथ संपर्क नहीं हो पाया है, हालांकि उनसे संपर्क करने की लगातार कोशिश की जा रही है।
गौरतलब है कि विधानसभा सत्र के पहले राजनीति के गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि मध्य प्रदेश में भी कर्नाटक की तरह ही बीजेपी विधायकोंं की खरीद फरोख्त करने के प्रयास कर रही है। 15 साल का लंबा वनवास काटने के बाद सत्ता में आई कांग्रेस अब हर कदम फूंक फूंक कर रखना चाहती है। वह अपने सभी विधायकों के साथ साथ निर्दलीय और सपा-बसपा के विधायकों को भी एकजुट रखने की कोशिश कर रही है। वहीं, सूत्रों के मुताबिक पार्टी हर विधायकों की गतिविधि पर भी नजर रख रही है। कौन किस से मिल रहा है इस बात की सूचना प्रदेश हाईकमान को दी जा रही है।