भोपाल। प्रदेश में कुपोषण से लाखों बच्चे पीडि़त है। हर साल कुपोषण की वजह से हजारों बच्चों की मौत हो जाती है। जिसकी एक प्रमुख वजह पोषण आहार का तय मापदंडों के तहत वितरित नहीं होना भी है। अब महिला एवं बाल विकास विभाग ने बच्चों को स्वस्थ रखने एवं कुपोषण दूर करने के लिए ई-लर्निंग व्यवस्था शुरू की है। जिसके तहत मोबाइल में वीडियो दिखाकर कुपोषण दूर करने के फंडे बताए जाएंगे।
अन्तर्राष्ट्रीय संस्था जी.आई.जेड. के सहयोग से तैयार इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम से पूरे राज्य में सभी परियोजना अधिकारियों और पर्यवेक्षकों को प्रशिक्षित कर मास्टर्स ट्रेनर्स बनाया गया है। अब तक लगभग 25 हजार आँगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं पर्यवेक्षकों ने यह कोर्स प्रारंभ कर दिया है और तीन हजार ने इसे पूर्ण कर लिया है। आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अब सुपरवाइजर ट्रेनिंग देगी। आँगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने वार्ड और मोहल्ले की महिलाओं को अपने मोबाईल पर वीडियो दिखाकर आसान तरीके से बच्चों को स्वास्थ और पोषण आहार की जानकारी देगी। आँगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने मोबाइल पर पालकों को वीडियो के माध्यम से घर पर मौजूद खाद्य सामग्री से बच्चों के लिये पौष्टिक आहार बनाने की जानकारी देगी।
इस तरह दिए जाएंगे टिप्स
ई-लर्निंग के सात मॉड्यूल तैयार किए गए हैं। जिसमें वृद्धि निगरानी मॉड्यूल से बच्चों के विकास का वर्णन किया जा सकेगा। कुपोषण प्रबंधन मॉड्यूल से कुपोषण के प्रकार और दुष्प्रभाव की जानकारी से आँगनवाड़ी कार्यकर्ता अपडेट रहेंगी। स्थूल एवं सूक्ष्म पोषक तत्व मॉड्यूल से बच्चों को दिये जाने वाले पोषक तत्वों की जानकारी दी जा सकेगी। कार्यकर्ताओं को बच्चों को आँगनवाड़ी केन्द्र पर दी जाने वाली शिक्षा के तरीके सिखाए जाएंगे। सेक्टर प्रबंधन मॉड्यूल से ऑगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को, अन्य सेक्टर के काम से काम करने के तरीके की जानकारी मिलेगी।