भोपाल।
गुरुवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में सदस्यता अभियान की बैठक बागी विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल की गैरमौजदूगी चर्चा का विषय रही। दोनों विधायक पार्टी के निर्देश के बावजूद बैठक में शामिल नही हुए। बैठक में सभी विधायकों, सांसदों और राष्ट्रीय पदाधिकारियों को भी बुलाया गया था लेकिन आधे से ज्यादा सांसद और विधायक भी बैठक में नहीं पहुंचे।वही कई बड़े नेताओं का नदारद रहना भी पूरी बैठक के दौरान सवाल उठाता रहा।
हालांकि बैठक में दोनों विधायकों के शामिल नहीं होने पर प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने सफाई दी और कहा कि उन्हें कई विधायकों ने नहीं आने की सूचना पहले ही दे दी थी।वही बीच बैठक में ही प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। जिसको लेकर भी सवाल उठते रहे , हालांकि उन्होंने इसके पीछे लोकसभा चलने का हवाला दिया। इस दौरान सिंह ने कहा है कि सदस्यता अभियान ठीक तरीके से चल रहा है और बैठक में विधायक कई कारणों से अनुपस्थित हैं।
खास बात ये रही कि बैठक सदस्यता अभियान को लेकर बीजेपी कार्यालय में जरूर थी, लेकिन इस बैठक के पीछे बीजेपी के विधायकों को एकजुटता का संदेश देना भी था, जो कही ना कही अधूरा रह गया, कई विधायक-सांसद और दिग्गज नेता बैठक में शामिल नही हुए।वही बीजेपी की बागी विधायकों को मनाने की कोशिश भी अधूरी रह गई।
जो जाने थे वो चले गए ,अब कोई नही जाएगा
वही बैठक में पहुंचे बीजेपी विधायकों और नेताओं ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि जिन विधायकों को कांग्रेस में जाना था, वो चले गए। अब कोई नहीं जाएगा।विधायक आकाश विजयवर्गीय ने यहां तक कह दिया कि कांग्रेस में विचारधारा से जुड़ा व्यक्ति नहीं जाएगा। जिन्हें जाना था, वह चले गए, अब कोई नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार की स्थिति खराब है, अब कांग्रेस के विधायक भाजपा में आना शुरू होंगे।जिस पर कमलनाथ सरकार में जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि जो भी भाजपा के विधयाक कांग्रेस में आना चाहते हैं, पार्टी में उनका जमकर स्वागत हैं। तंज कसते हुए मंत्री शर्मा ने कहा है कि कई विधायक बाउंड्री पर हैं, जोकि जो कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं।