भोपाल/जबलपुर| कर्नाटक और गोवा के सियासी संकट का असर मध्य प्रदेश पर भले ही न हो, लेकिन बयानों से जरूर माहौल गरमा रहा है| प्रदेश में उलटफेर की संभावनाओं को जमकर हवा देने वाली बीजेपी को पार्टी के वरिष्ठ नेता ने ही झटका दिया है| केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का मानना है कि मध्यप्रदेश में सरकार गिराने की परिस्तिथि नहीं है| जबकि लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के नेता सरकार बदल जाने और फिर बाद में अपनी ही गलती से सरकार के गिर जाने की बात कर रहे हैं| इस बीच कुलस्ते ने पार्टी नेताओं से उलट बयान देकर सियासत गरमा दी है|
दरअसल, बीजेपी नेता सत्ता परिवर्तन के बाद से ही सरकार की स्थिरता को लेकर सवाल उठा रहे हैं| कई बड़े नेता सरकार गिरा देने के दावे भी कर चुके हैं, लेकिन अब बीजेपी जिन मुद्दों पर फेल रही है उनको लेकर सरकार को अस्थिर बताने की कोशिश कर रही है| कर्नाटक और गोवा में मचे सियासी घमासान और मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं की डिनर पॉलिटिक्स के बाद विधानसभा में सियासी मानसून की चर्चा से सियासत गरमाई हुई| पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बयान के उलट अब केंद्रीय इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का बयान सामने आया है| जिसमे वो मानते है कि मध्यप्रदेश में सरकार गिरने की परिस्तिथि नहीं है|
अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री और मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने जबलपुर में कहा कि किसी भी निर्वाचित प्रतिनिधि का इस्तीफा देना गलत है इससे बार बार आचार संहिता लगना और प्रतिनिधि का क्या भविष्य होगा इस पर बड़े सवाल खड़े होते है। जहाॅ तक मध्यप्रदेश का सवाल है तो यहाॅ सरकार गिराने जैसी कोई परिस्थिति नही है , दल बदल और इस्तीफा का कल्चर साउॅथ और नाॅर्थ इस्ट मे रहा है जबकि मध्यप्रदेश मे ऐसा कोई कल्चर नही है।