भोपाल। मध्य प्रदेश में कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी के रिश्वत वाले बयान से नाराज होकर पटवारी हड़ताल पर चले गए थे। तीन अक्टूबर से पांच अक्टूबर तक वह हड़ताल पर रहे थे। बाद में मंत्री ने माफी भी मांगी थी जिसके बाद वह अपने काम पर लौट आए थे। अब इस हड़ताल की अवधि को आकस्मिक अवकाश में बदलने के लिए भू अभिलेख आयुक्त ने सभी जिलों के केल्क्टरों को आदेश जारी किया है।
इस आदेश में कहा गया है कि हड़ातल की अवधि को आकस्मिक अवकाश में नियमानुसार स्वीकृत किया जाने की कार्रवाई की जाए। आदेश में कहा गया है कि पटवारियों को सात अक्टूबर को काम पर लौटने की सूचना प्राप्त हुई थी।
गौरतलब है कि पटवारी संघ के सदस्यों ने राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत से मिले थे और उन्होंने अपनी बात उनके सामने रखी थी। इसके बाद मंत्री और पटवारी संघ के पदाधिकारियों ने मीडिया के सामने आकर ऐलान किया कि हड़ताल 6 अक्टूबर से खत्म हो गई है। मंत्री गोविंद सिंह ने कहा था कि अगले 6 महीने में पटवारियों का वेतनमान बढ़ेगा, इसको लेकर एक ड्राफ्ट सीएम कमलनाथ को भेजने की तैयारी है। पटवारी पूरी तरह से प्रदेश के किसानों के साथ खड़े हैं। पटवारी संघ का कहना था कि हमारी सरकार से इस बारे में लगातार बात चल रही थी।