भोपाल। मध्यप्रदेश आशा-ऊषा कार्यकर्ता एवं सहयोगिनी संघ की प्रदेश अध्यक्ष विभा श्रीवास्तव ने कहा है कि प्रदेश में कार्यरत पचहत्तर हजार आशा-ऊषा कार्यकर्ता एवं सहयोगिनी को विगत तीन माह से वेतन नहीं मिला है। जिससे इनके परिवारों में जीवन यापन में कठिनाई आ रही है। श्रीवास्तव ने बताया कि जब भी विभागीय अफसरों से इस सम्बंध में बात की जाय तो बजट नहीं मिलने का बहाना बना कर टरका दिया जाता है। विभाग के अफसर ठीक से बात करने को तैयार ही नहीं होते हैं। श्रीमती श्रीवास्तव ने कहा कि आशा-ऊषा कार्यकर्ताओं से मैदानी स्तर पर हर तरह के विभागीय कार्य तो कराए जा रहे हैं पर पगार देने के नाम पर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को सांप सूंघ जाता है। अफसरों के व्यवहार से ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे वेतन की राशि उनके जेब से जा रही हो। विभा श्रीवास्तव ने बताया कि वह जल्द ही इस स���बंध में स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और मुख्यमंत्री कमलनाथ से मुलाकात कर कार्यकर्ता बहनों की परेशानी से अवगत कराएगी। विभा ने बताया कि वेतन एवं अन्य मिलने वाले भुगतान का यह हाल काफी पुराना है जी अब नए मुख्यमंत्री को अवगत कराना जरूरी हो गया है।
भीषण गर्मी में लगा दी ड्यूटी