मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता बाबूलाल गौर की तबीयत एक बार फिर से खराब हो गई है। बुधवार शाम उनको उन्हें गंभीर स्थिति में भोपाल के नर्मदा अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है, फिलहाल उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है। बाबूलाल गौर की तबीयत खराब होने की जानकारी मिलते ही बीजेपी के कई नेता उनसे मिलने अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल में बाबूलाल गौर की पुत्रवधू और भोपाल की गोविंदपुरा विधानसभा सीट से विधायक कृष्णा गौर देर रात से ही वहां मौजूद हैं।
बताया जा रहा है कि बाबूलाल गौर को फेफड़ों में इन्फेक्शन की शिकायत के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां प्रारंभिक जांच के बाद उनमें निमोनिया के लक्षण पाए गए। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में रखने का फैसला किया।यहां अगले 48 घंटे तक बाबूलाल गौर ऑब्जर्वेशन पर रहेंगे।इलाज कर रहे डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि गौर की हालत चिंताजनक है, उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है। एंजियोप्लास्टी के बाद से कमजोरी बढ़ गई है। हृदय भी कमजोर हो गया है। उम्र के कारण रिकवरी धीमी है।
शिवराज ने ट्वीट कर कहा ”पूर्व मुख्यमंत्री, आदरणीय बाबूलाल ग़ौर के अस्वस्थ होने की जानकारी मिली। ईश्वर से शीघ्र उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, हमारे श्रद्धेय श्री बाबूलाल गौर जी आपका मध्यप्रदेश के विकास एवं राजनीति में बहुत योगदान है। आपके अस्वस्थ होने के समाचार से मन बहुत दुःखी है। ”वही पूर्व मंत्री और दतिया से विधायक नरोत्तम मिश्रा भी उनका हाल जानने अस्पताल पहुंचे।
बीते कई दिनों से चल रहे है बीमार
बता दें कि पिछले महीने हार्ट में परेशानी के चलते गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में बाबूलाल गौर को भर्ती करवाया गया था। उनकी एंजियोग्राफी की गई, जिसमें पाया गया कि तीन नसें बंद हैं। वहीं, उस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री की उम्र अधिक होने के कारण डॉक्टर तय नहीं कर पा रहे थे कि सर्जरी की जाए या नहीं। बताया गया कि डॉक्टरों की कोशिश थी कि दवाओं से राहत दिलाई जाए, क्योंकि ज्यादा उम्र होने कारण सर्जरी के दौरान खतरा हो सकता है।अप्रैल में उन्हें ब्रेन स्ट्रोक आया था। वे लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहे। जुलाई के दूसरे पखवाड़े में उन्हें हार्ट की दिक्कत आने के बाद एक बार फिर से उन्हें भोपाल के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
विधायक से सीएम तक रह चुके है गौर
आपको बता दें कि बाबूलाल गौर 23 अगस्त 2004 से 29 नवंबर 2005 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनके बाद शिवराज सिंह चौहान सूबे के मुख्यमंत्री बने थे। बाबूलाल गौर लगातार 10 बार गोविंदपुरा विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं। 2018 के चुनाव में पार्टी ने उनकी जगह उनकी बहू कृष्णा गौर को टिकट दिया था। कृष्णा गौर गोविंदपुरा से पहली बार विधायक बनी हैं।