भोपाल। देश भर में भीषण गर्मी और लू चलने से लोगों की हालत खराब है, सभी बारिश का इन्तजार कर रहे हैं, ताक आग की तरह तप रही धरती को राहत मिली| इस बीच भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि अगले 24 घंटे में मानसून केरल तट पर दस्तक दे देगा। यह फिर भी इसके तय समय से 8 दिन देरी से केरल पहुंच रहा है।
सामान्य तौर पर केरल में मानसून पहुंचने की तारीख एक जून है और इसके साथ ही चार महीने तक चलने वाले बारिश के मौसम की आधिकारिक शुरुआत होती है। लेकिन इस बार पहले पूर्वानुमान था कि इस बार मानसून देरी से आएगा और हुआ भी ऐसा ही| आठ दिन देरी मानसून मेहरबान हो सकता है| मौसम विभाग के अनुसार मानसून केरल पहुँचने के बाद धीर-धीरे यह आगे बढ़ेगा और 14-15 तारीख तक महाराष्ट्र और फिर 20-22 जून तक मध्यप्रदेश पहुंचेगा। वहीं राजधानी दिल्ली तक यह जुलाई के पहले हफ्ते में पहुँचने की उम्म्मेद है|
आईएमडी ने अपने मानसून बुलेटिन में कहा, “इसके धीरे-धीरे उत्तर-पूर्व की ओर रुख करने की बहुत संभावना है, जिससे केरल में 8 जून के आसपास दक्षिण-पश्चिम मानसून के पहुंचने की संभावना है। अगले 3-4 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने की संभावना है।” मंगलवार को आईएमडी ने कहा था कि मानसून का आगमन 7 जून को हो सकता है। वहीं मौसम की भविष्यवाणी करने वाल एजेंसी स्काईमेट ने भी कहा है कि मानसून 8 जून तक केरल पहुंचेगा। भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि इस साल मानसून बिल्कुल सामान्य रहेगा। भारतीय मौसम विभाग 96 से 104 प्रतिशत बारिश को औसत या सामान्य मानता है। इसकी गणना वह जून से प्रारंभ होने वाले चार महीनों में पिछले 50 साल की औसत 89 सेंटीमीटर बारिश से करता है। इस साल मानसून देर से आने से कम बारिश की संभावना है, मानसून ने साल 2014 में पांच जून को, 2015 में छह जून को और 2016 में आठ जून को दस्तक दी थी। जबकि, साल 2018 में मानसून केरल में तीन दिन पहले 29 मई को ही पहुंच गया था।