भोपाल| मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार दिल्ली के ‘मोहल्ला क्लीनिक’ की तर्ज पर प्रदेश में संजीवनी योजना प्रारंभ की जा रही है| जिसके तहत प्रदेश के महानगरों के प्रत्येक वार्ड में संजीवनी क्लीनिक खोले जाने की तैयारी है| मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि यह योजना दिसंबर से भोपाल, इंदौर और ग्वालियर सहित 20 जिलों के कई ब्लॉकों में शुरू की जा रही है|
इन क्लीनिक में इलाज के साथ ही जांच और दवाओं की सुविधा भी मिलेगी। इस साल शुरुआत में इन्हीं पांच जिलों में सात क्लीनिक खोलने का प्रस्ताव था। डॉक्टरों की भर्ती के लिए विज्ञापन भी जारी किया गया था, लेकिन और बेहतर सुविधाएं रखने और संजीवनी क्लीनिक की संख्या बढ़ाने के फेर में यह क्लीनिक खोलने की योजना रोक दी गई थी। अब दिसम्बर से इस योजना की शुरुआत की जा रही है|
सिलावट ने कहा कि प्रदेश के 20 जिलों के 89 अधिसूचित विकासखण्डों में मुख्यमंत्री सुषेण संजीवनी योजना प्रारंभ की जा रही है| साथ ही राज्य सरकार की हेल्थ इन्वेस्टर्स पॉलिसी और फार्मा पॉलिसी को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है| सिलावट ने कहा कि प्रदेश के महानगरों के प्रत्येक वार्ड में संजीवनी क्लीनिक खोले जाएंगे| हम चाहते हैं कि नागिरकों को स्वास्थ्य सुविधाएं उनके घर के पास ही उपलब्ध हों| जबकि संजीवनी क्लीनिक लोगों को उनके घर के पड़ोस में ही स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएगा|
उन्होंने कहा कि लगभग 1,550 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को नियुक्त किया गया है, जबकि 2019 एएनएम की भर्ती करने की प्रक्रिया चल रही है. सिलावट ने यह भी कहा कि इस साल 18 जुलाई से 18 नवंबर तक राज्य को मिलावट मुक्त बनाने के लिए ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ अभियान चलाया गया|