भोपाल/नई दिल्ली।
हमेशा अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाली मध्य प्रदेश के भोपाल से भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को केन्द्र की मोदी सरकार ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। मोदी सरकार ने साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की कमेटी का सदस्य बनाया गया है।समिति की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे।रक्षा मामलों की इस कमेटी में कुल 21 सदस्य हैं, इनमें साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का भी नाम है। कमेटी में चेयरमैन राजनाथ सिंह के अलावा फारुक अब्दुल्ला, ए. राजा, सुप्रिया सुले, मीनाक्षी लेखी, राकेश सिंह, शरद पवार, जेपी नड्डा आदि सदस्य शामिल हैं।
हैरानी की बात तो ये है कि प्रज्ञा ठाकुर गैरकानूनी गतिविधियों के लिए में अंडर ट्रायल हैं। इतना ही नही साध्वी के विवादित बयानों से अक्सर पार्टी की देशभर में किरकिरी हुई है।हाल ही में संकल्प यात्रा को लेकर भी वो विवादों में रही।इसके पहले एक के बाद एक हुए बीजेपी नेताओं के निधन पर विपक्ष को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी। बीते महिनों साध्वी के बापू-गोडसे को लेकर दिए गए बयान पर खुद पीएम मोदी भी नाराज हो गए थे, बावजूद इसके साध्वी को समिति में जगह दी गई है।जिसको लेकर कांग्रेस ने सवाल खड़े किए है।
साध्वी को रक्षा मंत्रालय की कमेटी का सदस्य बनाए जाने पर कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा ने निशाना साधा है। साध्वी प्रज्ञा के कमेटी में शामिल किए जाने को कांग्रेस पार्टी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने इसकी निंदा की है, उन्होंने कहा कि एक अपराधी को रक्षा समिति में लेना दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है। उन्होंने कहा कि पीएम ने कहा था कि उनपर कार्रवाई करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।कैबिनेट मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि जिनके हाथ खून से सने वह क्या देश की रक्षा करेंगे। मोदी जी के पास ऐसे लोगों का भंडार है इसलिए जिम्मेदारी दे रहे हैं।
वही मप्र कांग्रेस के प्रवक्ता के.के.मिश्रा ने कहा कि इसे आज़ाद भारत की घोर विडंबना ही कहा जायेगा कि एक बम विस्फोट के आरोप में रही प्रज्ञासिंह ठाकुर जो, मप्र की राजधानी भोपाल से भाजपा सांसद है,को रक्षामंत्री की अध्यक्षता वाली आंतरिक सुरक्षा समिति में शामिल किया गया है!शायद अब इस मुल्क की रक्षा “भगवान राम” भी नहीं कर पाएंगे?