भोपाल।
नौतपे के बाद मध्य प्रदेश में गर्मी का कहर थमने के बजाय बढ़ता जा रहा है।पारा इस कदर उछाल मार रहा है कि सालों के रिकॉर्ड भी टूट रहे है।शुक्रवार को जहां भोपाल में पिछले 40 साल का रिकार्ड टूटा औऱ पारा 45.9 डिग्री पर पहुंच गया, जो सामान्य से 7 डिग्री ज्यादा है, वही जबलपुर , रतलाम, दमोह, सिवनी, मंडला, रतलाम और बालाघाट में लोगों ने राहत की सांस ली। यहां शुक्रवार को मौसम में आए बदलाव के कारण आंधी-तूफान के साथ झमाझम बारिश हुई , कई जगह तो ओले भी गिरे और मकानों की चद्दर तक उड़ गई। इसके साथ ही डिंडौरी, सिवनी और जबलपुर के पाटन में गाज की चपेट में आने से एक-एक व दमोह में दो लोगों की मौत हो गई। वहीं रतलाम जिले में भी दो लोगों की मौत हो गई।
दरअसल, शुक्रवार को प्रदेश के कई जिलों में मौसम में परिवर्तन देखने को मिल। डिंडौरी जिले के बजाग सहित आसपास के गांव में जमकर बारिश हुई और ओले गिरे। तेज हवा से घर के छप्पर उड़ गए। जगह-जगह पानी का भराव हो गया। बारिश व ओलों से सब्जी के साथ ही आम की फसल भी प्रभावित हुई है। वहीं जिले के ही बिलाईखार के ग्राम टिकरिया में पेड़ के नीचे खड़ी 13 वर्षीय बालिका रंजना पिता बालकरण की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। दमोह के तेंदूखेड़ा में आंधी के बाद बारिश हुई और ओले भी गिरे। दमोह में ब्रजलाल पिता मेहरबान सिंह व प्रियंका पिता रामकुमार सिंह की गाज गिरने से मौत हो गई।वही जिले के पाटन के उड़नापौड़ी गांव में शाम करीब 5 बजे घर की छत पर मोबाइल पर बात कर रहे सत्यम पिता सेवाराम पटेल की गाज गिरने से मौत हो गई।इधर सिवनी में तेज आंधी-तूफान से दर्जनों पेड़ गिर गए और बिजली के खंभे गिरे। घरों के भी छप्पर उड़े। शहर में बूंदाबांदी हुई। वहीं बंसी पिता सुम्मा यादव की गाज गिरने से मौत हो गई।
इसके अलावा बालाघाट में आंधी-तूफान के कहर से जिले के वनांचल के दो दर्जन से अधिक मकानों के छप्पर उड़ गए। दर्जनभर पेड़ धराशायी हो गए व दर्जनभर गांवों में बिजली गुल हो गई।रतलाम जिले में बिलपांक थाना क्षेत्र के ग्राम ढिकवा और जड़वासाकलां में आंधी के साथ बारिश हुई। इस दौरान बिजली गिरने से ग्राम ढिकवा में मोनिका पिता रतनलाल राठौड़ और नामली थाना क्षेत्र के ग्राम जड़वासाखुर्द में बाबूलाल पिता देवाजी निवासी ग्राम भुवानीपाड़ा (बिलपांक) की मौत हो गई। घटना में दो लोग झुलस गए हैं।
धार के बदनावर क्षेत्र में भी आंधी और हल्की बारिश देखने को मिली। हवा की तेज रफ्तार के कारण चद्दरों पर रखे पत्थर, दीवार व कवेलू गिरने से करीब छह लोग घायल हो गए। इनमें दो बच्चे शामिल हैं। इनमें एक की हालत गंभीर होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य कें द्र में भर्ती कराया गया।वही मुलथान पंचायत के मजरे रामतापाड़ा में एक मकान के चारों कमरें की चद्दरें उड़ गईं। चद्दरों के ऊपर रखे वजनी पत्थर गिरने से सविता पति विजय घायल हुई हैं। पीहर में पिता गणतप के यहां रह रही थी। हवा के कारण चारों कमरे की चद्दरें उड़ गई। इसमें सविता को चोटें आने पर यहां सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया।वही तेज हवा में समीप के गांव मांगलिया में 4 मकान धराशायी हो गए। लोहे के चद्दर उड़कर क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में तीन लोग घायल हो गए। कई बिजली के खंभे गिर गए। एक खंभा बीच सड़क पर गिरने से बदनावर-बखतगढ़ मार्ग पर आवागमन शाम तक बाधित रहा।