भोपाल। मध्य प्रदेश के राजस्व और परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत द्वारा तहसीलदार को निलंबित करने की कार्रवाई के खिलाफ राजस्व अधिकारी लामबंद हो गए हैं और हड़ताल की धमकी दी है। वहीं विवाद बढता देख मंत्री भी बैकफूट पर आ गए है और सफाई पेश की है। मंत्री का कहना है मैं डायस पर नही बैठा था। मैं कम्प्यूटर वाले = की कुर्सी पर बैठा था। फुटेज देख सकते है। मैं किसी से मिलने भी जाता हूं तो उसकी कुर्सी पर नही बैठता। किसानों और आम आदमी की शिकायत थी सीमांकन नामांकन नही हो रहे इसी शिकायत पर जांच करने गया था। साथ ही मंत्री ने कहा कि निलंबन वापस होगा या नही होगा इस बारे में देखते है।
दरअसल, गोविंद सिंह राजपूत मंगलवार दोपहर अचानक सीहोर पहुंचे थे। इस दौरान वो तहसीलदार के डायस पर बैठ गए और राजस्व कार्यो की फाइल देखी । काम में ज़बरदस्त लापरवाही देखकर मंत्री भड़क गए और उन्होंने तहसीलदार सुधीर कुशवाह से जानकारी मांगी और उचित उत्तर ना देने पर उन्हें निलंबित किए जाने के आदेश दे दिए। निलंबन की कार्रवाई से मध्य प्रदेश राजस्व अधिकारी संघ नाराज हो गया है। निलंबन से ज्यादा संघ इस बात को लेकर नाराज है कि मंत्री तहसीलदार की डायस पर जाकर बैठ गए जो एक न्यायालय का हिस्सा है और उस पर केवल न्यायाधीश के रूप में उस समय पदस्थ तहसीलदार ही बैठता है। तहसीलदार संघ का कहना है कि कल को यदि मंत्री को विधि विभाग के खिलाफ कोई शिकायत मिले तो क्या वे सिविल न्यायालय में जाकर इस तरह से बैठ सकते हैं।