गुना।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने हुए दस महिने से ज्यादा हो गए है बावजूद इसके नेताओं और कार्यकर्ताओं की सुनवाई नही हो रही है। अपने कामों के लिए नेताओं को मंत्रियों-विधायकों के चक्कर काटने पड़ रहे है, लाइन में लगकर आवेदन देने पड़ रहे है।ताजा मामला गुना से सामने आया है, जहां बेटी का ट्रांसफर ना होने पर अशोकनगर के कांग्रेस जिलाध्यक्ष को विधायक के साथ लाइन में लगकर प्रभारी मंत्री को आवेदन देना पड़ा।इस दौरान जिलाध्यक्ष और विधायक ने अपनी ही सरकार पर सवाल भी खड़े किए।
दरअसल, रविवार को गुना के गुलाबगंज क्षेत्र में सरकार आपके द्वार का शिविर लगाया गया था। जिसमें गुना की प्रभारी व प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी तथा श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया जनसुनवाई करने पहुंचे थे। इस दौरान अशोकनगर विधायक जजपाल सिंह और कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रेमनारायण शर्मा भी वहां पहुंचे और आवेदकों की कतार में खड़े होकर प्रभारी मंत्री को बेटी के ट्रांसफर का आवेदन दिया।
टेबल के पास पहुंचकर शर्मा ने प्रभारी मंत्री इमरतीदेवी से कहा कि मेरी बेटी विनीता शर्मा राजगढ़ जिले में परियोजना अधिकारी है। उसके तबादले के लिए महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) ने छह माह पहले आपको फोन किया था, लेकिन अब तक तबादला नहीं हुआ। जिस पर प्रभारी मंत्री इमरतीदेवी ने कहा कि हमने तो कर दिया है, लेकिन अब फाइल मुख्यमंत्री के यहां है। वहां से फाइल आएगी तो ट्रांसफर हो जाएगा।
वही उनके साथ शिविर में पहुंचे अशोकनगर विधायक जजपाल सिंह ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि छह महीने से जिलाध्यक्ष तबादले के लिए जा रहे हैं, लेकिन उनकी बेटी का तबादला नहीं हो पा रहा है। इसी कारण शिविर में लाइन में लगकर मंत्रीजी को समस्या से अवगत कराया है।सरकार होने के बावजूद अपनों की सुनवाई नही हो रही है।