छिंदवाड़ा। मुख्यमंत्री कमलनाथ की जगह छिंदवाड़ा से बेटे इस बार उनके बेटे नकुलनाथ लोकसभा चुनाव लड़ेंगें। इस बात के संकेत खुद कमलनाथ ने दिए है। शनिवार को छिंदवाड़ा पहुंचे कमलनाथ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बेटे नकुलनाथ को जिले की जिम्मेदारी दी और कहा मैंने अपने जीवन के 40 साल अपने छिंदवाडा को दिये हैं और मैं अब यह जिम्मेदारी नकुल को सौंपता हूं। अब नकुल आपका काम देखेंगे। इसके जवाब में नकुलनाथ ने भी कहा कि मैं जिम्मेदारी उठाने को तैयार हूं। उनके इस बयान को कमलनाथ द्वारा बेटे को छिंदवाड़ा की राजनीतिक जिम्मेदारी सौंपे जाने की आधिकारिक घोषणा माना जा रहा है।हालांकि अभी तक नकुल के नाम की औपचारिक घोषणा नही हुई है, लेकिन यहां से उनका नाम फायनल माना जा रहा है। उनकी छिंदवाड़ा में बढ़ती सक्रियता से इस बात के संकेत बीते कई दिनों से भी मिल रहे है।
दरअसल, शनिवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने गृह जिले छिंदवाड़ा पहुंचे थे। जहां उन्होंने बेटे के समर्थन में जनता से वोट अपील की। इस दौरान दोनों ने मंच भी साझा किया। कमलनाथ ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज से एक नई शुरूआत है, हमे विकास का नया इतिहास बनाना है। पहले मुझ पर 2 हजार गांवों की जिम्मेदारी थी अब प्रदेश के 7.5 करोड़ लोगों की जिम्मेदारी है परंतु प्रदेश की जिम्मेदारी उठाते हुए भी मेरा ध्यान छिंदवाडा पर ही रहेगा। मैंने अपने जीवन के 40 साल अपने छिंदवाडा को दिये हैं और मैं अब यह जिम्मेदारी नकुल को सौंपता हूं। अब नकुल आपका काम देखेंगे। आप अब इनसे काम लीजिये मैं इनके पीछे खडा रहूंगा। नकुलनाथ के जिम्मेदारी सौंपे जाने की जिम्मेदारी की बात पर जनता ने भी अभिवादन किया वही उनके बयान पर समर्थन देते हुए नकुल ने कहा कि मैं जिम्मेदारी उठाने को तैयार हूं। जनता की सेवा करुंगा।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा अब इनसे (नकुलनाथ) अपना काम कराइएगा। मैं तो पीछे रहूंगा ही, मगर इनको भी आपको सिखाना है। इनको भी मौका देना है, ताकि हम विकास का नया इतिहास बनाएं।आने वाले चुनाव में आप लोग कांग्रेस, मेरा साथ देंगे, मैंने तो 40 साल आपकी सेवा कर ली। अपनी जवानी समर्पित कर दी छिंदवाड़ा के लिए, अब यह बोझ अपने पुत्र नकुलनाथ को दे रहा हूं।
गौरतलब है कि कमलनाथ नौ बार से छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद हैं। राज्य में कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद कमलनाथ मुख्यमंत्री बने। वह खुद छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री बनने के बाद छह माह की अवधि के भीतर विधायक निर्वाचित होना आवश्यक है। राज्य में कांग्रेस की सुरक्षित सीटों में से एक छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र भी है, लिहाजा कमलनाथ यहां से अपने पुत्र नकुलनाथ को चुनाव लड़ाने वाले हैं। बीते कई दिनों से इस बात के संकेत भी मिल रहे थे। नकुल लगातार छिंदवाड़ा के दौरे कर रहे है और किसानों और जनता से मिल रहे है और उनकी समस्या जान रहे है। हाल ही में उनकी समर्थन में मां अलकानाथ भी वोट अपील करने छिंदवाड़ा पहुंची थी।