इंदौर।स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।
लगातार 8 बार की इंदौर सांसद और पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का दर्द उस समय छलक आया जिस वक्त वो मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री के गृह क्षेत्र में आयोजित कार्यक्रम में पहुंची इस दौरान राज्यपाल के सामने बातों ही बातों में अपनी पीड़ा जाहिर कर दी। दरअसल, रविवार को इंदौर के बिजलपुर क्षेत्र में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमे मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन मौजूद थे।इस दौरान मंच पर उपस्थित ताई ने कुछ ऐसा कहा कि वो राजनीतिक गलियारों की सुर्खीयां बन गई।
दरअसल, केंद्र में आसीन मोदी सरकार ने पहले तो उन्हें राष्ट्रपति बनाये जाने तक कि खबरों पर एक तरह से मुहर लगा दी थी उसके बाद उन्हें नौंवी उम्र के बंधन के चलते इंदौर सांसद के चुनाव से दूर किया यही नही चर्चा तो इस बात की भी चल रही थी कि वे किसी प्रदेश में राज्यपाल जैसे माननीय पद को शुशोभित करेगी लेकिन ऐसा हुआ नही।
शायद ये ही वजह है कि उन्होंने इंदौर में रविवार को एक ऐसा राज खोला जिससे इस बात पर मुहर लग गई कि ताई बीजेपी और पीएम मोदी दोनों से नाराज है। ताई ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की मौजूदगी में सुमित्रा महाजन ने कहा जब मैं मेरी सरकार के खिलाफ मैं नहीं बोल सकती थी कोई बात उठाने के लिए मैं जीतू पटवारी और तुलसी सिलावट को धीरे से कहती थी की तुम कुछ करो और कहो बाकि आगे मैं संभाल लूंगी इसके पीछे ताई ने तर्क दिया कि वो इंदौर के विकास को किसी भी स्थिति में अवरुद्ध नही होने देना चाहती है इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस के कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी में मेरा शिष्य बनने के सभी गुण हैं। कुल मिलाकर इंदौर में ताई ने जो कुछ कहा वो राजनीतिक गलियारों की सुर्खियों में है क्योंकि वजह साफ है कही ना कही ताई नाराज है।