ग्वालियर।
शहर की मुरार थाना पुलिस की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के डेढ़ महीने बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की है। मृतक के भाई का आरोप है कि उसके भाई के ससुरालियों ने उसकी हत्या की है और पुलिस उनसे मिल गई है। वहीं पुलिस कहना है कि मृतक के दो अलग अलग बयान सामने आये हैं जिसकी जांच के बाद ही मामला दर्ज किया जायेगा।
उधर मृतक युवक शैलेंद्र यादव का वीडियो वायरल हुआ है जिसमें उसने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर मारपीट कर जहर देने का आरोप लगाया है। ये वीडियो घटना के तुरंत बाद अस्पताल में भर्ती होने के दौरान का बताया जा रहा है। पुलिस के मुताबिक ग्वालियर के खुर्जे वाले मोहल्ले में रहने वाले शैलेंद्र यादव की मौत अस्पताल में हुई थी।
उसका तीन दिन इलाज चला उसे जहरीला पदार्थ खाई स्थिति में भर्ती कराया गया था लेकिन वो बच नहीं पाया। उसने मृत्यु पूर्व कथन मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराये और उसके तुरंत बाद उसकी तरफ से एक शपथ पत्र भी दिया गया । लेकिन दोनों में कही गई बातें अलग अलग हैं इसलिए अभी मामला जांच में है। अभी कई और लोगों के बयान इसमें दर्ज होने हैं।
उसके बाद जो भी साक्ष्य होंगे उस हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। उधर मृतक के भाई का आरोप है कि उसके भाई को जहर देकर मारा गया है ससुराल वालों ने मारपीट कर जहर खिलाया और उसकी हत्या कर दी। गंभीर आरोप लगाते हुए मृतक के भाई सागर ने कहा कि पुलिस भी आरोपियों से मिल गई है। इसीलिए आजतक fir नहीं की है वो थाने से एसपी ऑफिस तक चक्कर लगाकर थक चुका गई।
लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही। उधर मृतक का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जो घटना के तत्काल बाद अस्पताल में भर्ती कराये जाने के दौरान का बताया जा रहा है इसमें मृतक उसे जहर देने और मारपीट करने वालों के नाम तक बता रहा है। लेकिन पुलिस का इसे भी पर्याप्त सुबूत नहीं मानना उसकी कार्रवाई पर सवालिया निशान जरूर लगाता है।