ग्वालियर। ग्वालियर चम्बल अंचल में मिलावटी और नकली दूध के कारोबार के खुलासे के बाद प्रदेश की कमलनाथ सरकार एक्शन मोड में है। ग्वालियर अंचल के मंत्री पूरी कार्रवाई पर निगाह बनाये हुए हैं | इसी मामले को लेकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट भी ग्वालियर पहुंचे उन्होंने अन्य मंत्रियों के साथ वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक लेकर स्पष्ट किया कि कार्रवाई ऐसी हो कि एक भी मिलावटखोर नहीं बचे।
ग्वालियर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने अधिकारियों को मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई में फ्री हैंड देते हुए कहा कि लोगों की जान से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ इतनी कड़ी कार्रवाई करो कि वह फिर कभी मिलावट न कर सके। उन्होंने मिलावटखोरों के खिलाफ रासुका लगाकर जिलाबदर की कार्रवाई करने और FIR करने के निर्देश भी दिए। मंत्री ने अफसरों से कहा कि कार्रवाई ऐसी होनी चाहिए कि लोगों को भी लगे कि कार्रवाई हो रही है। प्रदेश की लेबोरेटरी में सेम्पल की जांच रिपोर्ट देर से आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद जाकर जांच लेबोरेटरीज देखी है और जल्द ही उन्हें ठीक करने का काम किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि अभी 14 दिन में रिपोर्ट आती है लेकिन अब 5 दिन में मिलेगी और जरुरत पड़ी तो कुछ सेम्पल मुंबई भी भेजे जायेंगे।
बैठक में मौजूद संभाग आयुक्त बीएम शर्मा ने कहा कि शासन के निर्देशों के तहत कार्रवाई की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ निश्चित ही रासुका की कार्रवाई की जाएगी। ग्वालियर रेंज के आईजी राजबाबू सिंह ने कहा है कि देखने में आया है कि डीपीओ, पुलिस के आधिकारी और फूड ऑफिसर में तालमेल के अभाव में कई बार मिलावटखोर को लाभ मिल जाता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
गौरतलब है कि मिलावटखोरों के खिलाफ सबसे ज्यादा कार्रवाई अब तक ग्वालियर-चंबल संभाग में हुई है। STF अभी तक 6 FIR दर्ज कर चुका है, तो वहीं ग्वालियर दुग्ध संघ सांची उनके यहाँ दूध सप्लाई करने वाली 200 सोसायटियों को ब्लैक लिस्ट कर चुका है । अब देखना ये है कि कब तक इनके खिलाफ रासुका और जिलाबदर जैसी कार्रवाई होती है।