ग्वालियर। जिले की डबरा तहसील के समूदन गांव में भूख प्यास से तड़पकर हुई 17 गायों की मौत के मामले में 12 आरोपियों में से 6 को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया । आरोपी शहर से बाहर भागने के प्रयास में थे लेकिन पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। साथ ही गायों को दफनाने में प्रयुक्त जेसीबी मशीन को भी जब्त कर लिया।
डबरा के समूदन गांव के शासकीय स्कूल के कमरे में ठूंस का भरी गई 17 गायों की दर्दनाक मौत के बाद सरकार का रुख कड़ा है। घटना सामने आने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तत्काल ट्वीट कर जांच के आदेश दिए और दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। पशुपालन मंत्री लाखन सिंह ने भी अफसरों को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए ।अपना गृह जिला होने के चलते पशुपालन मंत्री बहुत चिंतित थे। उन्होंने शुक्रवार को घटना स्थल का निरीक्षण किया ।स्थानीय विधायक एवं महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी गुरुवार को ही घटना सामने आने के बाद देर शाम एसपी कलेक्टर को लेकर घटना स्थल पर पहुंची और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। सरकार के लगातार निर्देश के बाद जिला कलेक्टर अनुराग चौधरी और पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने भी तेजी दिखाई और प्रारंभि जांच के बाद 12 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। जिसमें से 6 आरोपियों को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
भागने की कोशिश में हाइवे पर खड़े थे आरोपी
डबरा सिटी थाने के टी आई यशवंत गोयल के मुताबिक पुलिस अधीक्षक नवनीत के निर्देश मिलने के बाद से लगातार आरोपियों की गिरफ़्तारी के प्रयास किये जा रहे थे। आज मुखबिर से सूचना मिली थी कि 6 आरोपी ग्वालियर झाँसी हाईवे पर कहीं भागने की कोशिश में हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपियों को पकड़ लिया। आरोपियों ने अपने नाम बेताल, बलवीर, राजाराम, हरनाम, प्रीतम और पूरन बताए । सभी आरोपी डबरा के रहने वाले हैं। गिरफ्तार लोगों में सरपंच पति भी शामिल है। पूछ ताछ में सभी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और गायों को दफ़नाने में प्रयुक्त की गई जेसीबी मशीन क्रमांक MP 07 DA 1083 को भी बरामद करवा दिया। पुलिस आरोपियों से कड़ाई से पूछ ताछ कर रही है।
पशुपालन मंत्री बोले एक भी दोषी नहीं बचेगा
अपने गृह जिले में हुई 17 गायों की मौत से विचलित पशुपालन मंत्री ने ग्वालियर में पत्रकारों से कहा कि आज पुलिस ने 6 आरोपी गिरफ्तार किये है जल्दी ही शेष 6 आरोपी भी गिरफ्तार कर लिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि एसडीएम की जांच रिपोर्ट आने के बाद अन्य लोगों की भूमिका भी सामने आयेगी और यदि अन्य कोई दोषी हुआ तो वो भी नहीं बचेगा। गौरतलब है कि स्कूल परिसर में पटवारियों के बैठने वाले कक्ष में इन 17 गायों को बंद किया गया था और भूख प्यास से तड़पकर इनकी मौत हो गई। इन गायों का कुसूर इतना था कि ये किसानों की फसल उजाड़ रही थी। खास बात ये है कि जिस परिसर में ये घटना हुई वहां दो शासकीय स्कूल, पंचायत भवन, जनमित्र केंद्र और आँगनबाड़ी केंद्र संचालित होते हैं। पशुपालन मंत्री ने यहाँ काम करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों की भूमिका की भी जांच करने के निर्देश दिए हैं।