ग्वालियर। लोकसभा चुनाव में करारी हार झेलने के बाद भी कांग्रेस में बहुत कुछ बदला नहीं है। आज भी कांग्रेस नेता अपने वैभवशाली इतिहास को ही अंतिम सच मानकर चल रहे है जबकि हालात बहुत बदल चुके हैं। ताजा मामला ग्वालियर का है जहाँ हाई कमान के निर्देश पर हार के कारण जानने निकले पर्यवेक्षक ग्वालियर पहुंचे लेकिन वो औपचारिकता कर निकल गए। मीटिंग में मौजूद सभी कांग्रेसियों ने कहा कि उन्हें नहीं पता क्यों हारे?
गरीबों और जमीनी लोगों की बात करने वाली कांग्रेस अब अपने ही जमीनी कार्यकर्ताओं से दूरी बना रही है। ग्वालियर में भी ऐसा ही हुआ जब लोकसभा चुनाव में मिली हार के कारणों का पता लगाने पार्टी के केन्द्रीय पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय सचिव संजय कपूर क्षेत्रीय संयोजक राहुल राय के साथ पहुंचे। बैठक कांग्रेस कार्यालय में ना बुलाकर एक होटल के AC हॉल में आयोजित की गई। बैठक में जिले के मंत्रियों,विधायकों,हारे हुए प्रत्याशियों और मोर्चा संगठन के अध्यक्षों को आमंत्रित किया गया। खास बात ये रही कि हार के कारणों को जानने आये केंद्रीय पर्यवेक्षक की बैठक से कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओं,मंडलम अध्यक्ष, सेक्टर अध्यक्ष और ब्लॉक अध्यक्षों तक को दूर रखा गया जो वास्तव में हर समय जनता के बीच रहते हैं और उसकी नब्ज जानते हैं। बातचीत का नतीजा भी वही निकला। अधिकांश नेता बोले हम क्यों हारे पता नहीं? पर्यवेक्षक ने जब नेताओं से सवाल किये कि बताइए किसने क्या क्या काम किये तो अधिकांश ने जवाब दिया हमने तो पूरी ईमानदारी से काम किया दूसरे की वो जाने। किसी ने कहा कि मोदी के चेहरे और राष्ट्रवाद के चलते हमें वोट नहीं मिले। तो कोई बोल हम अपनी योजनाओं का प्रचार ठीक से नहीं कर पाए।
बैठक में दिया गया RSS का उदाहरण
केन्द्रीय पर्यवेक्षक संजय कपूर ने सामूहिक चर्चा के अलावा वहां मौजूद चुनिन्दा नेताओं से वन टू वन चर्चा भी की। चर्चा में कांग्रेस नेता अपनी कमियाँ गिनाने के साथ ��ाथ भाजपा और RSS का उदाहरण भी देते नजर आये। यहाँ बात उठी कि पूरे चुनाव में भाजपा से जुड़े RSS और अन्य संगठन कम करते रहे जबकि हमारे निर्जीव रहे। हमें भी अपने संगठनों में जान फूकने की जरुरत है। सेवादल को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है और संगठन में सर्जरी की जरुरत है। नेताओं ने कहा कि भाजपा के प्रचार तंत्र के सामने हम कमजोरपड़ गए। भाजपा हमारे खिलाफ नकारात्मक माहौल बनाने में सफल रही। उसने बड़े मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए राष्टवाद को सामने रख दिया और चुनाव जीत लिया। कुछ नेताओं ने तो यहाँ तक कह दिया कि अब कांग्रेस में केवल पद और टिकट की रेस रह गई है काम करने वाले नहीं बचे। बैठक में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर,पशुपालन मंत्री लाखन सिंह,महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी,विधायक मुन्नालाल गोयल,जिला अध्यक्ष डॉ देवेन्द्र शर्मा ,ग्रामीण अध्यक्ष मोहन सिंह राठौड़,महिला अध्यक्ष कमलेश कौरव आदि मौजूद थे।