ग्वालियर । जमीन के अन्दर नमी के नहीं होने ऊपर से राजस्थान की तरफ से आ रही तेज गर्म हवाओं ने ग्वालियर का पारा 50 डिग्री सेल्सियस के नजदीक पहुंचा दिया है। जिसने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। सूरज की तपन का अहसास मौसम तो करा ही रहा था लेकिन लोगों के मोबाइल में एप के माध्यम जो पारा दिखाई दिया उससे भी लोग दिन भर परेशान रहे। मोबाइल एप 49 डिग्री सेल्सियस दर्शाते रहे जबकि मौसम विभाग के अनुसार अधिकतम तापमान 47.5 दर्ज किया गया | लेकिन इसने भी पिछले 25 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
31 मई 1994 को ग्वालियर में अधिकतम तापमान 47.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था उसके 25 साल बाद कल यानि 6 जून को ग्वालियर का तापमान 47.5 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 5 डिग्री अधिक था। शहरवासियों को करीब 6 घंटे गर्म हवाओं और लू का सामना करना पड़ा। पारे ने सुबह से ही अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया था।
ऐसे बदली पारे की चाल
शहर के लोगों ने जब तक आँख खोली तब तक सूरज आग उगलने लगा था। सुबह 5:30 बजे 31.2 डिग्री तापमान के साथ गर्मी ने दस्तक दी। 8:30 बजे तापमान 37.6 डिग्री पर पहुँच गया फिर 11:30 बजे इसके तेवर और बदले और तापमापी में पारा 43.8 पर पहुँच गया। 2:30 बजे तो पारे ने रौद्र रूप ही दिखा दिया ये 46.6 पर पहुँच गया। लोग घर में या ऑफिस में ही छिपने लगे और जो लोग सड़क पर थे वे गर्मी से बचाव के लिए सिर और मुंह पर कपड़ा बांधे देखे गए या तरल ठंडा पेय पदार्थ तलाशते देखे गए। शाम 5:30 बजे तापमान 46.0 डिग्री था और रात को 8:30 बजे 40.4 डिग्री पर आ गया। लेकिन पूरी रात ये इसी के आसपास झूलता रहा।
मोबाइल एप ने बढ़ाई मानसिक गर्मी
सूरज से निकल रही आग से पैदा हुई गर्मी से अधिक गुरुवार 6 जून को ग्वालियर में मोबाइल एप से निकली गर्मी ने सताया। दिन जब पारा अपने अधिकतम स्तर पर 47 के आसपास था उस समय मोबाइल फोन के इप 49 डिग्री दर्शा रहे थे। लोगों ने स्क्रीन शॉट लेकर व्हाट्स एप और फेसबुक आदि पर डालना शुरू कर दिए। जिससे लोग घबरा गए वे एक दूसरे की खैरियत पूछने और समझाइश देने लगे। बाद में पत्रकारों ने मौसम विभाग से प्रमाणित तापमान लेकर सोशल मीडिया पर डाला तब कहीं जाकर भ्रम की स्थिति दूर हुई। बहरहाल ग्वालियर में गुरुवार का दिन मौसम का अब तक का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया।