ग्वालियर। स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए सरकार अपने प्रयास करती है। जनप्रतिनिधि सरकार पर दबाव बनाकर मरीजों की सुविधाओं के लिए पैसा दिलवाते हैं लेकिन लापरवाह अधिकारियों की वजह से कई बार इस पैसे का उपयोग नहीं हो पाता और शासन का पैसा शासन को वापस चला जाता है यानि लेप्स हो जाता है । ग्वालियर में भी जयारोग्य अस्पताल को उपलब्ध कराया गया 19 करोड़ 62 लाख 18 हजार का बजट लेप्स हो गया। जिसके बाद संभाग आयुक्त ने अधीक्षक और प्रशासकीय अधिकारी को नोटिस दिए हैं।
ग्वालियर का जयारोग्य अस्पताल अंचल का सबसे बड़ा अस्पताल है यहाँ ग्वालियर चम्बल संभाग के अलावा राजस्थान और उत्तरप्रदेश के भी मरीज आते हैं। लेकिन प्रबंधन की लापरवाही से कभी लिफ्ट, दवा,स्ट्रेचर सहित अन्य सुविधाओं के लिए मरीज परेशान होते हैं। यहाँ गर्मी के मौसम में मरीज अपने घर से ही पंखा लाते है ये आदत और आवश्यकता बनता जा रहा है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। गौरतलब है कि वर्ष 2018-19 में जयारोग्य अस्पताल समूह को अलग अलग 8 मदों में मरीज और स्टाफ के लिए 19 करोड़ 62 लाख 18 हजार रुपए दिए गए लेकिन प्रबंधन इस राशि को खर्च नहीं कर पाया। जिसके बाद संभाग आयुक्त बीएम शर्मा ने अस्पताल अधीक्षक सह संयुक्त संचालक डॉ अशोक शर्मा और प्रशासकीय अधिकारी अनिल सारस्वत को नोटिस जारी किये हैं। और जवाब माँगा है।