ग्वालियर। शहर में लूट की ताबड़तोड़ वारदात कर पुलिस को चुनौती देने वाली शातिर अंतरराज्यीय गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है जिनमें से एक को पुलिस ने शॉर्ट एन्काउन्टर में गिरफ्तार किया।
गौरतलब है कि सिटी सेंटर क्षेत्र में एसबीआई ब्रांच परिसर में बीती 23 अक्टूबर को पीताम्बरा गैस एजेंसी के मुनीम वासुदेव शर्मा को गोली मारकर साढ़े चार लाख रुपए लूटने वाले तीन बदमाशों की तलाश कर रही क्राइम ब्रांच को वारदात के CCTV फुटेज में संदिग्ध वाहन दिखाई दिया। पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने जब घटना से जुड़े 150 – 200 फुटेज खंगाले तब उसे एक स्कॉर्पियो दिखाई दी जिसके सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। पुलिस को वारदात में किसी प्रोपर्टी डीलर के शामिल होने की सूचना मिली। पुलिस ने जब तलाश शुरू की तो वो धर्मेन्द्र जाट तक पहुँच गई और उसे गुड़ी गुड़ा का नाका स्थित घर से गिरफ्तार कर लिया। जब पुलिस ने उससे कड़ी पूछताछ की तो उसने अपने साथियों के साथ घटना करना कुबूल किया । पुलिस ने धर्मेन्द्र के कब्जे से लूट में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो क्रमांक MP 07 CE 2185 और लूटी गई रकम में से 1.16 लाख रुपए बरामद कर ली। इसी बीच पुलिस को रविवार को पता चला कि एक बदमाश बड़ा गांव क्षेत्र से कहीं फरार होने की कोशिश कर रहा है। पुकिस ने जब उसकी घेराबंदी की तो उसने पुलिस पर गोलियां चला दी। जिसके बाद पुलिस ने उसे घेरकर शॉर्ट एन्काउन्टर में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की गोली बदमाश के पैर में लगी। बदमाश शार्प शूटर नवीन शर्मा निकला। नवीन मूल रूप से जालौन यूपी का रहने वाला है और ग्वालियर विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में सिंधिया नगर में रहता है। वो झांसी रोड थाना क्षेत्र के नाका चन्द्रबदनी क्षेत्र में रेदिमेफ़ कपड़े की दुकान चलाता है। पुलिस ने नवीन के कब्जे से काली पल्सर, 32 बोर की पिस्टल और 4 जिन्दा राउंड बरामद किये। पूछ ताछ में पता चला कि शहर में पिछले दिनों हुई लूट की तीन सनसनीखेज लूटों में नवीन शर्मा ने ही गोली चलाई थी। पुलिस ने जब दोनों बदमाशों से पूछ ताछ की तो उन्होंने अपने साथियों की करतूत उजागर कर दी। जिसके बाद पुलिस ने गिरोह के सदस्य नवाब गुर्जर निवासी बिलौआ, आकाश जाट निवासी मथुरा यूपी और तपेश कुमार गौतम उर्फ़ टीटू पंडित निवासी वृन्दावन मथुरा यूपी को गिरफ्तार कर लिया। इनका एक साथी राज बाल्मीकि अभी पुलिस पकड़ से दूर है।
कई सनसनीखेज वारदातों में रहा है गिरोह का हाथ
23 अक्टूबर को सिटी सेंटर में एसबीआई में पीताम्बरा गैस एजेंसी के मुनीम वासुदेव शर्मा को लूटने वाले इस अंतरराज्यीय गिरोह ने ग्वालियर में कई सनसनीखेज लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है। घटना के बाद गायब हो जाते थे और अपने अपने काम धंधे में जुट जाते थे। कड़ी पूछ ताछ में आरोपियों ने 6 जुलाई को शिवपुरी लिंक रोड पर सीएमएस कंपनी के कैश वैन में सिक्योरिटी गार्ड रमेश सिंह तोमर की गोली मारकर हत्या कर 8 लाख 28 हजार की नकदी लूटना स्वीकार किया। इस घटना को नवीन धर्मेन्द्र, नवाब, तपेश, आकाश और राज बाल्मीकि ने अंजाम दिया था। पुलिस ने नवाब के कब्जे से गार्ड की लूटी हुई 12 बोर की एकनाली बंदूक बरामद कर ली। इसी गिरोह ने पिछले साल 7 मई को विश्व विद्यालय थाना क्षेत्र के सिटी सेंटर में सिंडिकेट बैंक के बाहर अवधेश सिंह राजावत से 24 लाख 20 हजार की रकम लूट ली थी। बदमाशों ने पिस्टल की नोक पर लूट की और फायर करते हुए भाग निकले थे । गिरोह ने इसी साल 30 अप्रैल को कोतवाली थाना क्षेत्र में मनोज मंगल नामक कारोबारी से चार लाख की रकम लूटी थी। इस लूट में आकाश और तपेश का हाथ था। फ़िलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है। पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन का कहना है कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछ ताछ की जाएगी हो सकता है और वारदातों का खुलासा हो जाये।