ग्वालियर। मिलावटी खाद्य पदार्थों की जांच कर रही जिला प्रशासन की टीम उस समय चौंक गई जब उसे एक पशु आहार केंद्र पर दो ड्रम घी रखा मिला। मौके पर मौजूद SDM के निर्देश पर खाद्य औषधि विभाग से घी के सेम्पल लिए जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा।
मिलावटी और नकली खाद्य पदार्थों के खिलाफ सख्त हुए जिला प्रशासन ने कार्रवाई के साथ साथ दोषियों से पिछला जुर्माना वसूलना भी शुरू कर दिया है। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम के नेतृत्व में प्रशासन की तीन टीमें अलग अलग क्षेत्रों में कार्रवाई करने पहुंची । इन टीमों ने मुरार,सिटी सेंटर और लश्कर क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए 29 कारोबारियों से 9 लाख 15 हजार रुपए का जुर्माना वसूला। टीम ने इस दौरान कुछ डेयरियों, रेस्टोरेंट और किराना दुकानों को सील भी किया।
पशु आहार केंद्र पर देसी घी
उधर मुरार क्षेत्र में एसडीएम नरेश गुप्ता की टीम उस समय हैरान रह गई जब उन्हें पशु आहार केंद्र पर देसी घी के ड्रम रखे मिले। दरअसल मुरार में एमएच चौराहे के पास जब प्रशासनिक अमला जांच कर रहा था तो एक शिकायत के बाद वो उसने श्रीराम चुनी-पीना भंडार पर ऑक्सीटोसिन की जांच करने पहुंचा लेकिन यहाँ ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन तो नहीं मिला बल्कि दो ड्रम में रखा देसी घी मिला। एसडीएम ने जब पूछताछ की तो दुकान संचालक ने विनोद पाल ने बताया कि पास ही में उसकी डेयरी है ये उसी का घी है। जब टीम डेयरी पर गई तो वो बंद थी। अधिकारियों ने जब उसे खुलवाया तो वहां तैयार घी और घी बनाने का सामान मिला। घी पहली ही नजर में अमानक और मिलावटी लग रहा था जिसके बाद खाद्य औषधि विभाग की टीम ने घी के सेम्पल लिए और डेयरी को सील कर घी के ड्रमों को जब्त कर लिया