ग्वालियर।
शहर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया है जो ट्रेन में अटेंडर का काम करता है और नशीले पदार्थ बेचता है। इनकी देश भर में सप्लाई है। खास बात ये है कि डिमांड और पेमेंट ऑन लाइन होने के बाद माल सप्लाई किया जाता है। गिरफ्तार आरोपी ने प्रारंभिक पूछ ताछ में ही दिल्ली और आगरा जैसे बड़े शहरो में सप्लाई की बात कुबूली है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 10 किलो गांजा बरामद किया है। खास बात ये है कि पूरा नेटवर्क विशाखापट्टनम से संचालित होता है।
नशीले पदार्थों के सौदागरों पर नजर रख रही ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस को आज एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।डीएसपी क्राइम रत्नेश तोमर और टी आई क्राइम ब्रांच दामोदर गुप्ता ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मुरार में जड़ेरुआ बांध के पास गांजे की बड़ी खेप उतरने वाली है। सूचना पर पुलिस मुस्तैद हुई और बताई हुई जगह पर पहुँचने पर उसे एक संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिया। पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस को उसके पास 10 किलो गांजा मिला। पुलिस ने जब युवक से पूछ ताछ की तो उसने अपना नाम भिंड निवासी पवन परिहार बताया। पुलिस जब कड़क हुई तो उसने बताया कि वो ट्रेन में अटेंडर का काम करता है। उनका एक गिरोह है जो विशाखापट्टनम से गांजा लाकर अलग अलग शहरों में सप्लाई करते हैं आज ग्वालियर में 10 किलो गांजे की सप्लाई उसे करनी थी।
ऑन लाइन डिमांड ,ऑन लाइन पेमेंट
पूछ ताछ में आरोपी पवन ने पुलिस जो बताया कि पूरा नेटवर्क ऑन लाइन काम करता है। हम ऑन लाइन ऑर्डर लेते है फिर जिसको जितना गांजा चाहिए उतना पेमेंट गूगल पे, पेटीएम सहित अन्य ऑन लाइन प्लेटफोर्म के जरिये मंगा लेते हैं फिर उसे रास्ते पर जा रही ट्रेन के अटेंडर से माल सप्लाई कर देते हैं। आरोपी पवन ने बताया कि वो इससे पहले आगरा और दिल्ली में भी गांजा सप्लाई कर चुका है। प्रारंभिक जांच में पुलिस को पवन का आपराधिक रिकॉर्ड भी पता चला है। डीएसपी ने बताया कि आरोपी से कड़ी पूछ ताछ की जा रही है। इनका नेटवर्क बहुत बड़ा है जिसका पर्दाफाश जल्दी किया जायेगा।