सोमवार को कलेक्टोरेट में उस वक्त सब सकते में आ गए जब अफसरों से भरे मीटिंग हॉल में प्रदेश के खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर अपने साथ चार-छह महिलाओं को लेकर पहुंच गए। यहां उन्होंने कलेक्टर सहित सभी अधिकारियों के सामने कहा कि इन्हें राशन नही मिल रहा , कही सुनवाई नही हो रही। इतना ही नही उन्होंने अपनी पीड़ा भी बताई और कहा कि मंत्री की सुनवाई नहीं, जनता में क्या मैसेज जाएगा। इस पर कलेक्टर ने तत्काल फूड कंट्रोलर को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।
दरअसल, सोमवार को कलेक्टर अनुराग चौधरी अंतर विभागीय समन्वय समिति की बैठक ले रहे थे, तभी मंत्री प्रघुम्न सिंह छह महिलाओं को लेकर वहां पहुंच गए तो बाहर खड़े स्टॉफ ने कहा कि वे कलेक्टर चैंबर में बैठ जाएं, बैठक खत्म होते ही वे आपसे मिलेंगें। लेकिन मंत्री जी नही माने और महिलाओं के साथ बैठक में घुस गए। मंत्री ने कहा, इन्हें राशन नहीं मिल रहा है। इसके बाद कलेक्टर अनुराग चौधरी भी जिला आपूर्ति अधिकारी चंद्रपाल सिंह जादौन पर नाराज हुए और तत्काल जांच के निर्देश दिए।मंत्री जी इतने पर भी शांत नही हुए उन्होंने आगे कहा मंत्री की सुनवाई नहीं, जनता में क्या मैसेज जाएगा। मौके पर अधिकारियों ने सर्वर की समस्या बताई जिस कारण राशन में परेशानी आ रही है।
इसके बाद जिला आपूर्ति अधिकारी जादौन मौके पर पहुंचे और मुख्यालय संपर्क किया और सिर्फ आधार देखकर राशन बांटने की इजाजत मांगी। जादौन ने कहा, मुख्यालय ने सर्वर के काम न करने की स्थिति में ऑफलाइन राशन बांटने की छूट दे दी है। बताया गया है कि मंत्री ने पहले संबंधित अधिकारियों को फोन पर भी संपर्क किया था, लेकिन किसी का फोन नहीं उठा। इसका कारण यह था कि सभी समन्वय बैठक में थे। इस पूरे वाकए के बाद फूड कंट्रोलर ने महिलाओं की समस्या का समाधान कराया।