ग्वालियर। शहर में बच्चा चोरी के शक में बढ़ रही मारपीट की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। हालाँकि पुलिस महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक ने लोगों को कानून हाथ में नहीं लेने और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है बावजूद इसके पिछले कुछ घंटों में अलग अलग थाना क्षेत्रों में भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में महिलाओं सहित सात लोगों के साथ मारपीट की । भीड़ इतनी निर्दयी थी कि उसने बच्चों , वृद्धों के साथ साथ विक्षिप्त को भी नहीं बक्शा।
पिछले कुछ दिनों से शहर में मोबलिंचिंग की घटनाओं ने तेजी से वृद्धि हुई है। भीड़ अचानक किसी को भी बच्चा चोर समझकर पकड़ लेती है और मार मार कर अधमरा कर देती है। अभी तक गनीमत ये है कि ऐसी सभी जगहों पर पुलिस मौके पर समय से पहुँच गई और भीड़ से पिट रहे व्यक्ति को बचा लिया वरना उसकी जान भी जा सकती थी।
कबाड़ा बीनने वाली दो बहनों को पीटा
जनकगंज थाना क्षेत्र के तारागंज में मुड़कटो माता के मंदिर के पास रहने वाले लोगों ने दो महिलाओं 60 साल की सुनीता और उसकी बहन रीता को पकड़ लिया। लोग कहने लगे ये बच्चा चोरी करने वाली महिलाएं है। लोगों ने बिना जांचे परखे दोनों की पिटाई शुरू कर दी। सूचना पर जनकगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिलाओं को बचाया। पता चला कि दोनों बहने कबाड़ा बीनकर अपना परिवार पालती हैं।
भिखारी और विक्षिप्त महिला को भी नहीं बक्शा
मुरार थाना क्षेत्र के सदर बाजार में एक दुकान के बाहर खड़ी विक्षिप्त महिला को जनता ने बच्चा चोर समझकर पीटना शुरू कर दिया। पुलिस ने पहुंचकर उसे बचाया। इसके अलावा एक स्कूल के बाहर खड़े एक वृद्ध को भी भीड़ ने बच्चा चोर समझ लिया और उसे पीटते हुए पुलिस थाने ले गए। बाद में पता चला कि वो भीख मांगकर गुजारा करता है।
बच्चे को हाथ पकड़कर हटाया तो चोर समझकर पीटा
थाटीपुर थाना क्षेत्र में भीड़ ने 20 साल के एक आदिवासी युवक को जमकर मारा पीटा। उसका कुसूर इतना था कि उसने निकलने के लिए एक बच्चे को हाथ पकड़कर हटाया था। जानकारी के अनुसार अशोक गोयल नामक व्यक्ति अपने 6 साल के बेटे परमजीत के साथ जा रहे थे। लौटते समय घर के पास से सुरेश नगर निवासी शिवम आदिवासी निकल रहा था गली संकरी थी तो शिवम ने परमजीत का हाथ पकड़कर उसे हटाया। बच्चे का हाथ पकड़ा देख बच्चे के पिता अशोक ने बच्चा चोर के नाम से शोर मचाना शुरू कर दिया। इतने में भीड़ जमा हो गई और शिवम आदिवासी को पीटना शुरू कर दिया। बाद में पुलिस ने पहुंचकर उसे बचाया।
टेम्पो में बैठी महिलाओं को पीटा
कम्पू में रहने वाली अनीता टेम्पो में सवार हुई थी। थोड़ी देर बाद टेम्पो में दो महिलाएं सवार हुई। अनीता को शक हुआ कि वे महिलाएं उनके पर्स की चेन खोलने की कोशिश कर रही हैं । अनीता ने शोर मचाया लेकिन इसी बीच अफवाह फ़ैल गई कि टेम्पो में बच्चा चोर महिलाएं हैं। भीड़ ने महिलाओं को पीटना शुरू कर दिया। बड़ी मुश्किल में पुलिस ने महिलाओं को बचाया।
कुल मिलाकर बच्चा चोरी की अफवाह के बीच मोबलिंचिग की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग प् रहा है। हालाँकि आईजी राजाबाबू सिंह औए एसपी नवनीत भसीन ने जनता से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और कानून अपने हाथ में नहीं लेने की अपील की है लेकिन अब तक इसका कोई असर होता नहीं दिखा है। बहरहाल इन सभी मामलों में पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिए हैं पुलिस का कहना है कि वीडियो फुटेज के आधार पर मारपीट करने वालों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी।