ग्वालियर। शहर के लोगों के लिए लम्बे समय से बहुप्रतीक्षित एक हजार बिस्तर के अस्पताल पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। 5 मार्च को गुना शिवपुरी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के हाथों होने जा रहे इसके भूमिपूजन को लेकर अब विवाद छिड़ गया है । तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री और मौजूदा मुरैना-श्योपुर सांसद अनूप मिश्रा इसे लेकर मैदान में है। उन्होंने चेतावनी दी है कि किसी हालत में सिंधिया को अस्पताल का भूमिपूजन नहीं करने देंगे।
ग्वालियर में पत्रकारों से बात करते हुए सांसद अनूप मिश्रा क्योंकि यह प्रोजेक्ट तत्कालीन बीजेपी सरकार का था। जिसका शिलान्यास 2009 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था। लेकिन कुछ विवादों के कारण तय समय में काम पूरा नहीं हो पाया। 2018 में उस काम को गति मिल गयी थी। साथ ही अस्पताल के निर्माण की नींव भी पड़नी शुरू हो गयी थी।अब प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार आ गयी है। वो बीजेपी सरकार के कामों का श्रेय लेने की कोशिश कर रही है जिसे वे पूरा नहीं होने देंगे।
गौरतलब है कि ग्वालियर में एक हजार बिस्तर के अस्पताल का भूमिपूजन 5 मार्च को पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं गुना शिवपुरी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया करेंगे। भूमिपूजन की औपचारिकता पॉटरीज की जमीन पर होगी, जबकि कार्यक्रम भगवत सहाय सभागार में होगा। कार्यक्रम में चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ विशेष रूप से मौजूद रहेंगी।
भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता अनूप मिश्रा ने कहा कि ज्तोरिदित्य सिंधिया अगर फिर से भूमि पूजन करेंगे तो हम चुप नही बैठेंगे , उन्होंने आंदोलन की चेतावनी दी है। मिश्रा ने कहा कि वे सिंधिया को भूमिपूजन नहीं करने देंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कभी ग्वालियर के विकास में रुचि नहीं दिखाई , उनका कोई योगदान भी नहीं है। फिर वे इसका श्रेय कैसे ले सकते हैं। अब देखना ये होगा कि अनूप मिश्रा के ऐलान के बाद एक हजार बिस्तर के अस्पताल का भूमिपूजन होता है या इसपर फिर ग्रहण लगता है।