ग्वालियर। द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद ने गोडसे को राष्ट्रभक्त बताने वाले नेताओं की निंदा की है। ग्वालियर में पत्रकारों से बात करते हुए शंकराचार्य ने उन पार्टियों और नेताओं का समर्थन किया जो EVM की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं।
स्वामी स्वरूपानंद ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के समर्थन में बयान देने वाले भाजपा नेताओं की निंदा की। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने कभी हथियार नहीं उठाए जबकि गोडसे ने निहस्थे पर वार किया था। सनातन धर्म में कभी निहत्थे पर वार नहीं किया जाता है। स्वामी स्वरूपानंद का कहना है कि विचारों की लड़ाई विचार से लड़ना चाहिए, हथियार से नहीं। गोडसे को राष्ट्रवादी और देशभक्त कहने वाला हिंदू नहीं हो सकता ।
स्वामी स्वरूपानंद ने ईवीएम पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जब देश के बहुत सारे राजनीतिक दल ईवीएम पर शंका कर रहे हैं, तो क्यों चुनाव आयोग बैलेट पेपर से चुनाव नहीं कराता है। एमपी सरकार के संकट से जुड़े सवाल पर शंकराचार्य ने कहा कि जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को प्रलोभन देकर गिराना अनैतिक है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव पर बोलते हुए स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती ने कहा कि चुनाव व्यक्ति की बजाए मुद्दों के आधार पर होना चाहिए। मोदी-राहुल की बजाए चुनाव पार्टियों के घोषणा पत्र के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए।