भोपाल। मध्य प्रदेश में पिछले तीन दिन से चल रहा कड़ाके की ठण्ड का दौर कुछ कम हो गया है| लेकिन अभी राहत नहीं है| क्यूंकि 14 फरवरी से फिर मौसम बदल सकता है। इस बार कई क्षेत्रों में ओले और बारिश की भी संभावना है। बेमौसम बारिश जहां एक बार फिर सर्दी बढ़ा सकता है, वहीं किसानों को भी बड़ा नुकसान दे सकता है| मौसम विभाग ने बारिश और ओले गिरने की संभावनाएं जताई है|
मौसम वैज्ञानिक के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है, जो 13 फरवरी से एक्टिव हो रहा है। इसका असर 14 फरवरी को मप्र में दिखाई देगा। राजधानी में भी इसके कारण ओले गिरने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि चार दिन बाद उज्जैन, भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़ समेत कई जिलों में बारिश होने का अनुमान है। इन जिलों में कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। वर्तमान में एक सिस्टम बना था, लेकिन वह कमजोर पड़ गया। इसके कारण तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने बताया कि बर्फबारी होने के बाद भी अब अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी ही होगी। भोपाल संभाग के जिलों में पिछले 24 घंटों में तापमान में वृद्धि दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने इंदौर, उज्जैन, भोपाल, होशंगाबाद, रीवा, जबलपुर और सागर संभागों के कई जिलों में शीतलहर चलने का अनुमान लगाया है। साथ ही साथ जबलपुर, सागर और इंदौर संभागों के जिलों में कोल्ड डे रहने की संभावना है। 12 और 13 फरवरी तक मौसम ऐसे ही बना रह सकता है। प्रदेश का सबसे ठंडा शहर खजुराहो रहा, जहां न्यूनतम तापमान 4 डिग्री से. दर्ज किया गया। 24 घंटे में सागर, उज्जैन, एवं होशंगाबाद के जिलों में शीतलहर चल सकती है।