भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से भाजपा से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर देर रात तक कांग्रेस विधायक पर एफआईएर करवाने के लिए धरने पर बैठी रहीं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार पर भी जमकर हमला किया। रविवार सुबह जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने उनपर लटवार किया। उन्होंने कहा कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने संसद में गांधी जी के हत्यारे गोडसे को महिमामंडित किया। इनको डिफेंस की समिति में भेजा गया, जबकि वह मुंबई हमले में शहीद हुए हेमंत करकरे के बारे में कह चुकी हैं।
उन्होंने कहा कि, अगर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को धरने पर बैठना ही था तो उत्तर प्रदेश में जाकर बैठना था जहां महिला को जिंदा जला दिया गया। जहां भाजपा की सरकार है जहां योगी जी की सरकार है। जहां रोज़ कुछ न कुछ घटित हो रहा है। दिल्ली जा कर बैठना था। जहां मोदी जी हैं उनसे कहना था कि हम बच्चियों की सुरक्षा करना चाहते हैं। किसी ने सही कहा है कि एक चोरी और उपर से सीनाजोरी। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। उन्होंने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान पर भी हमला बोला।
गौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहे जाने के बाद मचा सियासी घमासान अभी पूरी तरह से थमा नहीं है। साध्वी के इस बयान के बाद देशभर में उनका जमकर विरोध हुआ था। ब्यावरा से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने तो प्रज्ञा ठाकुर को जिंदा जला देने की धमकी तक दे डाली थी। जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा ने कांग्रेस विधायक को चुनौती देते हुए कहा था कि, मैं ब्यावरा आ रही हूं और आप मुझे जला लीजिये। लेकिन शनिवार को इस मामले ने दूसरा ही राजनीतिक मोड़ ले लिया जब साध्वी प्रज्ञा ठाकुर अपने समर्थकों के साथ राजधानी भोपाल के कमला नगर पुलिस थाने पहुंची और कांग्रेस विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात कही, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर दिया। जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा थाने के बाहर धरने पर बैठ गई।