इंदौर| मध्य प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं के कारण हुये नुकसान की भरपाई के लिये केन्द्र सरकार से मांगी गई सहायता राशि नहीं मिलने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर भेदभाव के आरोप लगाए हैं| कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने रविवार को इंदौर में केंद्र में बैठी मोदी सरकार की नीति और नियत पर सवाल उठाते हुए कई सवाल खड़े किए। ओझा ने इंदौर में मीडिया से मुखातिब होकर कहा कि प्रदेश में अतिवृष्टि के चलते किसानों की फसले बरबाद हो गई है और जब प्रदेश सरकार द्वारा राहत राशि के लिए प्रतिवेदन पेश किया गया तो मोदी सरकार के कानों में जूं तक नही रेंग रही है जिसके चलते प्रदेश के किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के प्रदेश स्तर और राष्ट्रीय स्तर के नेता महज कमलनाथ सरकार पर सवाल उठाने के लिये उल्टे बयानबाजी कर रहे है लेकिन बीजेपी का कोई भी जनप्रतिनिधि जनता और किसानों की भलाई के बारे में नही सोच रहा है जबकि प्रदेश में बीजेपी के 5 केंद्रीय मंत्री, 28 सांसद और108 विधायक है ऐसे में क्या इनकी जनता के प्रति जबावदेही नही है। शोभा ओझा ने कहा कि मध्यप्रदेश में हुई अतिवृष्टि से फसलों के नुकसान के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाते हुए कोई सहायता नहीं दी है और इस गंभीर मामले में भाजपा सांसदों ने शर्मनाक चुप्पी साध रखी है। इसी के चलते उन्होंने केंद्र सरकार की विद्वेषपूर्ण नीति के विरुद्ध भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के भेदभाव-पूर्ण रवैये और विद्वेष-पूर्ण नीति की पोल खोली।
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से प्राकृतिक आपदा में प्रदेश के 39 जिलों की 284 तहसीले प्रभावित हुई है सर्वाधिक नुकसान प्रदेश के अन्नदाता किसानों का हुआ है और16270 करोड़ रुपये की फसलो सहित अन्य नुकसान हुआ है ऐसे में प्रदेश सरकार ने केंद्र से 6600 करोड़ रुपए की मांग की है लेकिन केंद्र सरकार, मध्यप्रदेश के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। वही बीजेपी नेता झूठी बयानबाजी कर सियासत कर रहे है ऐसे में बीजेपी का नाम भारतीय जनता पार्टी कि बजाय भारतीय झूठी पार्टी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी किसान हितैषी होती तो
प्रदेश में उनके राज में किसान आत्महत्या नही करते और मंदसौर में किसानों को गोली नही मारी जाती।झाबुआ उपचुनाव में भी भाजपा ने झूठ बोला था कि उनके राज में फसल ऋण माफ हुआ था वही इंदिरा ज्योति योजना और इंदिरा किसान योजना का जिक्र कर कहा कि झाबुआ में भानू भूरिया के पिता का बिजली बिल एक रुपये यूनिट के हिसाब से आया है। वही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज घोषणावीर बनकर रह गए और सीएम कमलनाथ प्रदेश की जनता के लिए काम कर रहे है। प्रदेश सरकार ने भाजपा नेताओं से कहा की नौटंकी न करे पीएम को जगाए गृह मंत्री को जगाए नही तो आने वाले समय मे जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। वही उन्होंने कहा कि शिवराज सत्ता के बिना, बिन पानी की मछली की तरह तडप रहे है। उनके संरक्षण में माफिया राज चल रहा था और जो नोट गिनने की मशीनें भाभीजी के घर मे थी उसको झटका लगा है लेकिन इसका मतलब यह नही की इतना दिवालियापन शिवराज सिंह चौहान दिखाए।