इंदौर| इंदौर नगर पालिक निगम का वर्ष 2019 – 20 के वित्तीय वर्ष को लेकर बुधवार को बजट पेश किया गया। महापौर मालिनी गौड़ ने बजट भाषण के दौरान ये साफ कर दिया कि आम जनता के सिर पर किसी भी प्रकार के कर का बोझ नही डाला जा रहा है। इस वर्ष का बजट 5647 करोड़ 18 लाख 10 हज़ार का है। बजट में 5574 करोड रुपए का व्यय बताया गया है। वही बजट में कुल घाटा 96 करोड़ 80 लाख का बताया गया है।। बजट पेश होने के साथ ही अब इस पर विपक्ष और अन्य दलों की प्रतिक्रिया आने लगी है। हालांकि बजट भाषण के दौरान कांग्रेसी पार्षदों ने पार्षद प्रश्न बजट सत्र में शामिल नही करने को लेकर हंगामा भी मचाया। हालांकि इस बात से आगे नगर निगम के बजट में निगम चुनाव के करीब होने के चलते आम जनता पर करो का कोई भार नहीं डाला गया है।
इस बजट में न तो कोई नया कर लगाया गया है और ना ही किसी कर की दर में वृद्धि की गई है। बजट में महूनाका चौराहा पर ग्रेड सेपरेटर का निर्माण करने का प्रावधान किया गया है इसके साथ ही शहर में दो नए बस स्टैंड बनाने, लोन लेकर मास्टर प्लान की सड़कों का निर्माण करने का प्रावधान किया गया है। वही निगम के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ग्रीन बांड जारी कर 500 करोड़ रुपए का लोन जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। नगर निगम के द्वारा शहर में पांच पेट्रोल पम्प खोले जाएंगे। निगम ने बजट में अपने पुराने कामों पर ही फोकस किया है। स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत इस बार ग्रेड सेपरेटर का निर्माण किया जाएगा जिसकी लागत 50 करोड़ रुपए है। शहर के बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं, इसे देखते हुए दो नए इंटर स्टेट बस स्टैंड बनाए जाएंगे। इसमें से एक बस स्टैंड पर इंदौर से 100 किमी के दायरे में आने वाले स्थानों की बसें चलेंगी, जबकि दूसरे बस स्टैंड से प्रादेशिक स्तर की बसों का संचालन किया जाएगा। यह बस स्टैंड मुंडला नायता और कुमेड़ी में बनाए जाएंगे। इसके अलावा सरवटे, गंगवाल, नवलखा, तीन इमली और विजय नगर बस स्टैंड को सुविधाजनक बनाया जाएगा। स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत राजवाड़ा और मुख्य बाजार क्षेत्रों का समग्र विकास किया जा रहा है।
शहर के पश्चिम क्षेत्र के विभिन्न मुख्य मार्ग महूनाका चौराहा पर आकर मिलते हैं, इस स्थान पर 6 मुख्य मार्ग लालबाग मार्ग, केसरबाग रोड, अन्नपूर्णा मार्ग, लक्ष्मणसिंह गौड़ मार्ग, बियाबानी मार्ग और एमओजी लाइन मार्ग के आकर मिलने के कारण यातायात का दबाव रहता है। यातायात सर्वेक्षण के पश्चात तकनीकी विशेषज्ञों के द्वारा इस स्थान पर ग्रेड सेपरेटर के निर्माण की आवश्यकता बताई गई है। कुल मिलाकर इस बार के बजट में कोई नई सौगात निगम महापौर ने नही दी है बल्कि पुराने कार्यो को आगे बढ़ाने पर फोकस करते हुए एकमात्र राहत आम आदमी को ये दी है कि कोई नया कर नही लगाया जाएगा।