इंदौर| जातिवादी और धार्मिक कट्टरता की विचारधारा को लेकर अलग सोचने रखकर समाज मे वैमनस्यता फैलाने के उद्देश्य से एक युवक अयोध्या मामले पर फैसले के दौरान भड़काऊ मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल कर रहा था | इसके बाद शिकायत के आधार पर पुलिस ने युवक को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। बता दे कि अयोध्या पर फैसले को लेकर जहा विभिन्न समुदायों ने एकता, अमन-चैन और भाईचारे की नई इबारत लिखी है वही कुछ कट्टरपंथी लोग शांति में खलल डालने की कोशिश में जुटे हुए थे और चाह रहे थे कि देश और समाज की फिजा बिगाड़ा जाए लेकिन ऐसे लोगो की कोशिशो पर पुलिस ने लगाम कसने के लिए पहले से ही धारा 188 के तहत कार्रवाई करने का मन बना लिया था। अब शासन और प्रशासन ने बारीकी से ऐसे शरारतीतत्व की पहचान कर धरपकड़ शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक कनाड़िया थाने को एक शिकायत मिली थी कि एक व्यक्ति फेसबुक आईडी से लगातार अयोध्या फैसले को लेकर भड़काऊ पोस्ट कर रहा है। इसके बाद पुलिस पुलिस जांच में जुट गई । जांच में पुलिस को पता चला की जिस फेसबुक आईडी से भड़काऊ मेसेज हो रहे है वो आईडी किसी जितेंद्र चौहान नामक व्यक्ति का है जो पूर्व में किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ था और उसकी नकारात्मक सोच और हरकतों के कारण उसे पार्टी से बाहर निकाल दिया गया था। एडिशनल एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस ने जितेंद्र को पकड़ने के लिए पहले लेकिन कनाड़िया गांव में जाल बिछाया जहां से जानकारी मिली कि वह पीथमपुर की एक टायर फैक्ट्री में काम करता है और इसी आधार पर पुलिस ने आरोपी को पीथमपुर की एक फैक्ट्री से पकड़ा। हालांकि जब आरोपी जितेंद्र चौहान को पुलिस पकड़ने का प्रयास कर रही थी तो आरोपी ने अपने मोबाइल को अज्ञात स्थान पर फेंक दिया था। मोबाइल फेकने के बाद वह लगातार लोकेशन बदल रहा था आखिरकार कानून के लंबे हाथों में आरोपी आ गया और पुलिस ने उसे गिफ्तार कर आईटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया फिलहाल, पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है।