मध्यप्रदेश के इंदौर शहर से एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमे दो आरोपियों को पुलिस ने एटीएम से लाखों रुपए चुराने के जुर्म में गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों ने इंदौर के अलग-अलग एटीएम से लगभग 21 लाख रुपए चुराने का आरोप कबूल किया है। आपको बता दें कि इंदौर के परदेशीपुरा थाना क्षेत्र के आईटीआई चौराहे पर लगे एसबीआई के एटीएम से 21 लाख रुपए चोरी होने के मामले में जांच के बाद निजी कंपनी के दो कर्मचारियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अंकित सोलंकी एवं विजय जिनवाल नाम के दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। ये दोनों एटीएम में पैसा जमा करने वाले एक निजी कम्पनी के कर्मचारी बताये जा रहे हैं। दोनों आरोपी विजय और अंकित ने बीते 4 जून को लाखों रुपए एटीएम में जमा ना करते हुए गुना निवासी अपनी प्रेमिका को दे दिए। पुलिस में हाथ लग जाने पर अपनी प्रेमिका को शहर से भगा दिया। पुलिस ने फ़ोन पर चर्चा में प्रेमिका ने आज यानि बुधवार को थाने पर बयान देने के लिए आने को कहा है।
आरोपियों ने जांच में स्वीकार किया है कि उन्होंने इंदौर के नंदानगर, सुखलिया, किला मैदान, स्थित एटीएम से करीब 15 लाख रुपए चुराए थे। नंदानगर एटीएम से लगभग साढ़े तीन लाख रुपए चुराए थे। जिसकी भरपाई के लिए किला मैदान स्थित एटीएम से निकाले रुपए जमा कर दिए थे। दोनों आरोपियों सहित बैंक अधिकारियों एवं एटीएम सुरक्षा कंपनी एफएसएस के कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई है। हालांकि असल हुए रुपयों की चोरी का आंकड़ा अब तक पता नहीं चल सका है। यह आंकड़ा एटीएम और बैंक रिकॉर्ड के ऑडिट के बाद ही पता चल सकेगा।
किसी को पता न चले इसलिए मशीन को बताया खराब
चोरी की इस शर्मनाक घटना के बारे में बैंक के किसी भी अधिकारी एवं कम्पनी को पता न चले इसलिए प्लांनिंग के तहत मशीन खराब हो जाने का झूट बोल दिया।
अय्याशी पूरी करने के लिए करते थे चोरी
पकडे गए दोनों आरोपियों ने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने बीते तीन महीने में इंदौर के अलग-अलग एटीएम से रुपए हैं। ऑडिट नहीं होने के कारण चोरी की यह वारदात सामने नहीं आ पाई। दोनों बदमाश ऐसों आराम की जिंदगी जीने के लिए चोरी करते थे। उन्होंने चुराए हुए रुपयों को ब्याज पर भी लेनदेन करना शुरू कर दिया था। साथ ही एक एटीएम का पैसा दूसरे में रुपयों को जमा कर दिया करते थे। इन्ही रुपयों से वे अपनी अय्याशी पूरी करने थे। दोनों ने पुराने ब्याज पर उधार लिए रुपए भी चुका दिए। साथ ही बैंको से ली हुई लोन की राशि भी जमा कर दी। इन सब में तकरीबन आठ लाख रुपए उन्होंने खर्च कर कर दिए।