भोपाल। मध्य प्रदेश के जबलपुर संभागयुक्त का एक अजीबोगरीब रमान सामने आया है। कमिश्नर राजेश बहुगुणा का कहना है कि संभाग के सभी सरकारी स्कूलों के टॉयलेट छात्रों से करवाया जाए। उनके मुताबिक छात्र स्कूल में सिर्फ पढ़ाई करने नहीं आते हैं। साफ सफाई की जिम्मेदारी भी उन्ही की होती है। स्कूलों में क्लिनर और स्वीपर की कमी को पूरा करने के बजाए कमिश्नर साहब ने छात्रों को ही यह जम्मेदारी थमा दी।
दरअसल, कमिश्नर राजेश बहुगुणा गुरुवार को डिंडौरी के दौरे पर थे। यहां उन्होंने शिक्षकों के साथ एक बैठक की जहां उन्होंंने यह अजीबोगरीब फरमान दिया। लिहाजा स्कूलों के शौचालय की सफाई का जिम्मा छात्रों एवं शिक्षकों पर थोपने की कोशिश की जा रही है। हालांकि अपने बयान में कमिश्नर बच्चों से जबरदस्ती शौचालय साफ़ नहीं कराने की बात कर रहे हैं, लेकिन उनके इस बयान के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। उन्होंने मीटिंग के दौरान स्कूलों के शौचालय की साफ़ सफाई को लेकर शिक्षा विभाग के अफसरों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये हैं। आपको बता दें कि बालाघाट जिले के तीन सरकारी स्कूलों में शिक्षक और छात्र मिलकर शौचालय की नियमित सफाई करते हैं जिससे प्रेरित होकर कमिश्नर संभाग के सभी सरकारी स्कूलों में इस प्रयोग को लागू करना चाहते हैं।