जबलपुर| जबलपुर के गोरखपुर में रहने वाली एक छात्रा जिसका नाम है भवानी यादव। पिता एक ट्रक चालक। माँ घर के काम करने के साथ साथ सिलाई का काम करती है। दोनो ने ही मिलकर निश्चिय किया कि वो अपनी बेटी को उच्च शिक्षा हासिल करवा कर रहेंगी। स्कूल में हमेशा से ही अब्बल आने वाली भवानी यादव के भले ही दोनो हाथ न हो पर वो आज तक कभी भी किसी पर बोझ नही बनी है। स्कूल के बाद कॉलेज में दाखिला लेकर भवानी जबलपुर के एक निजी कॉलेज में अध्ययनरत है। आज जब भवानी अपने पोलिंग बूथ में अपनी माँ के साथ पहुँची तो सभी की निगाहें भवानी पर थी।
इंजीनियरिंग की छात्रा भवानी जिसके दोनो हाथ नही है उसने अंजुमन स्कूल के पोलिंग बूथ में अपने वोट का उपयोग किया। भवानी को पीठासीन अधिकारी ने जमीन पर बैठ कर उसके पैर की उंगली में अमिट स्याही लगा कर उसके पसंद के सांसद का चुनने का अधिकार दिया। आज के समय भवानी उन सभी लोगो के लिए एक मिसाल बन गई है जो कि ये समझते है कि अगर हाथ पैर न हो तो वो अपाहिज है। साथ ही लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा न लेकर घर बैठकर बहाना बनाते हैं |