भोपाल| मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का परिणाम 11 दिसंबर को जनता के सामने होगा| ‘वक्त है बदलाव का’ या ‘माफ़ करो महाराज हमारा नेता शिवराज’ का नारा जनता को पसंद आया यह मतगणना के बाद तय होगा| लेकिन उससे पहले विभिन्न न्यूज़ चैनल और एजेंसियों के सर्वे में कहीं कांग्रेस तो कहीं भाजपा को अधिक सीटें मिलती दिख रही है| अन्य राज्यों के मुकाबले मध्य प्रदेश में कांटे की टक्कर देखने को मिली है, जिसके चलते सर्वे को अनुमान के तौर पर देखा जा सकता है|
एबीपी-सीएसडीएस के सर्वे में 126 सीटों के साथ कांग्रेस सरकार बना रही है, वहीं भाजपा 94 सीटों पर सिमट रही है| वहीं टाइम्स नाउ-सीएनएक्स के सर्वे में भारतीय जनता पार्टी आगे चल रही है, सर्वे के अनुसार मध्य प्रदेश में चौथी बार भाजपा की सरकार बनती नजर आ रही है और शिवराज जो कि मप्र में भाजपा का चेहरा है फिर बड़ी जीत के साथ सरकार बना रहे हैं, वहीं दूसरी सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस है, जिसे 89 सीटें मिलती नजर आ रही है| इसके अलावा अन्य के खाते में 15 सीटें जा रही है, जो कि पिछले चुनाव के मुकाबले दोगनी है| इस बार सपा बसपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियां मैदान में थी, वहीं कई संगठनों के प्रत्याशी और दिग्गज नेता निर्दलीय चुनाव लड़े हैं| जिसके चलते अन्य के खाते में इस बार ज्यादा सीटें जाने की संभावना हैं|