शिवराज के बुलावे पर नहीं आये राकेश सिंह

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भोपाल। भारतीय जनता पार्टी में नेता अपने नाते-रिश्तेदारों को लोकसभा प्रत्याशी बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा विदिशा लोकसभा सीट हैं, जो से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह की दावेदारी पेश की जा रही है। इसके लिए दो दिन पहले विदिशा संसदीय क्षेत्र के सभी जिलाध्यक्ष, मंडल, प्रकोष्ठ एवं विधायक एकजुट होकर शिवराज के राजधानी स्थित सरकारी निवास पर पहुंचे। शिवराज ने स्थानीय नेताओं से मुलाकात करने के लिए प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह को अपने निवास पर बुलाया, लेकिन राकेश ने बैठकों में व्यस्तता का हवाला देकर शिवराज के बंगले पर जाने से इंकार कर दिया। उन्होंने पार्टी की ओर से प्रदेशाध्यक्ष वृजेश लूनावत को शिवराज के बंगले पर भ्ेाजा। 

जिस दिन विदिशा संसदीय क्षेत्र के नेता साधना को प्रत्याशी बनाने की मांग को लेकर भोपाल आए, उस दिन प्रदेश भाजपा कार्यालय में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर दिनभर बैठकों का क्रम चला था। जिस वजह से राकेश सिंह पार्टी नेताओं से मिलने शिवराज के निवास पर नहीं पहुंच पाए। हालांकि भाजपा में इसे आपसी गुटबाजी से जोड़कर  देखा जा रहा है। चूंकि विदिशा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं को पार्टी के समक्ष अपनी बात रखनी थी,इस वजह से एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रदेश कार्यालय पहुंचकर पार्टी अध्यक्ष राकेश सिंह से मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल में पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, सुरेन्द्र पटवा, विदिशा जिलाध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, प्रकोष्ठों के अध्यक्ष एवं मोर्चा अध्यक्ष भी शामिल थे। वहीं विदिशा भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री की ओर से विदिशा के नेताओं को भोपाल बुलवाया था, सभी को अनिवार्य रूप से भोपाल पहुंचने को कहा गया था।  लेनिक गंजबासौदा मंडल अध्यक्ष राजेश शर्मा व्यक्तिगत कारणों से भोपाल नहीं आए तो उन्हें अगले दिन बाहर का रास्ता दिखा दिया। उनके स्थान पर चंद्रशेखर दुबे को गंजबासौदा मंडल का अध्यक्ष बना दिया गया। 


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