इंदौर।स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।
इन्दौर क्राइम ब्रांच ने फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले दो आरोपियो को गिफ्तार किया है। दोनो आरोपियो ने मध्यप्रदेश के कई शहरों के साथ महाराष्ट्र और दिल्ली में भी ठगी की वारदात को अंजाम दिया है फिलहाल, पकड़े गए आरोपियो से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है। दरअसल, इंदौर क्राइम ब्रांच और सराफा पुलिस ने सीबीआई के दो फर्जी सदस्यों को गिरफ्त में लिया है।पुलिस की माने तो पकड़े गई दोनों आरोपियो ने गैंग के साथ मिलकर फर्जी तरीके से सीबीआई अफसर बनकर लोगो को झांसे में लेना स्वीकार किया है।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यू ट्यूब से फर्जी दस्तावेज ओर स्टाम्प परिचय पत्र बनाना सीखा है। बताया जा रहा है कि आरोपी पश्चिम बंगाल के रहने वाले है और रेडियोएक्टिव पदार्थ भारत सरकार को उपलब्ध कराने की बात कहकर लोगों को ठगने का काम करते थे। आरोपियो के नाम विक्रम गोस्वामीऔर शासबुद्दीन बताये जा रहे है जो लंबे समय से ठगी कि वारदात को अंजाम दे रहे थे। पकड़े गए दोनों आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इंदौर के सराफा बाजार में फुटपाथ पर बैठकर सोने चांदी पर पॉलिश का काम करते थे और वहीं से ठगी कि वारदात करने का यू ट्यूब के जरिए फर्जी आईडी व दस्तावेज बनाने का आइडिया मिला ।
इसके बाद वो लोगो को मूर्ख बनाकर ठगने लगे जिसके बाद शहर के कई थाना क्षेत्रों में शिकायत सामने आने लगी। पुलिस ने दोनो आरोपियो के पास से फर्जी सीबीआई के कार्ड, सील और अन्य तरह के दस्तवाज़े जब्त कर लिया। अब तक दोनो आरोपियो ने 50 लाख से अधिक की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है वही मध्यप्रदेश के कई शहरों के साथ महाराष्ट्र और दिल्ली में भी दोनो आरोपी ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके है। पकड़े गए आरोपियो से पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है।