मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रियवृत सिंह का कहना है कि शिवराज सरकार द्वारा शुरू की गई संबल योजना में श्रम विभाग द्वारा उजागर किये गए 6816 करोड़ के घोटाले की विस्तृत जांच हो रही है और इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । उधर उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में कहीं भी घोषित या अघोषित कटौती नहीं हो रही है। भाजपा के पास तो शोर मचाने का लायसेंस है।
मध्य्प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के ग्वालियर रीजन से जुड़े मामलों,योजनाओ ,कटौती, रिकवरी जैसे समस्याओं की समीक्षा करने ग्वालियर पहुंचे प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रियवृत सिंह ने कहा है कि भाजपा सरकार के समय शुरू की गई संबल योजना में बड़ी गड़बड़ियाँ सामने आइन है। जिसकी विस्तृत जांच श्रम विभाग कर रहा है क्योंकि योजना उसी के माध्यम से शुरू की गई थी। प्रारंभिक जांच में 6816 करोड़ रुपए की अनियमितताएं सामने आईं हैं । उन्होंने बताया कि इसमें बड़े पैमाने पर भाजपा नेता शामिल हैं जिन्होंने गरीबों की योजना का खुद लाभ उठाया और भिंड से जुड़े एक बड़े नेता का मामला तो विधानसभा में भी उठ चुका है।
उधर ग्वालियर अंचल में बढ़ती अघोषित बिजली कटौती के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने दावा किया कि संभाग ही नहीं मध्यप्रदेश में कहीं भी घोषित या अघोषित कटौती नहीं है। रही ट्रिपिंग की बात तो वो तो होती है और उसका मेंटेनेंस भी होता है। भाजपा के आरोप लगाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा के पास तो चिल्लाने का लायसेंस है तो क्या कर सकते हैं ?