भोपाल| प्रदेश की सबसे हाई प्रोफाइल सीट भोपाल पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों की घोषणा के बाद जंग तीखी हो गई है| बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर दांव लगाया है| मैदान में कूदते ही साध्वी विवादों में भी आ गई है| प्रज्ञा ठाकुर के मुंबई हमले में शहीद एटीएस प्रमुख रहे हेमंत करकरे पर दिए बयान से सियासत गरमा गई है| कांग्रेस ने इसे शहादत का अपमान बताते हुए भाजपा की घेराबंदी कर दी है| वहीं दिग्विजय सिंह खामोश हो गए हैं|
दिग्विजय सिंह ने साध्वी के विवादित बयान पर कहा, उन्होंने कहा, ‘चुनाव आयोग का स्पष्ट आदेश है, सेना और शहीदों पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए. हेमंत करकरे जी ईमानदार और निष्ठावान ऑफिसर थे जिन्होंने मुंबई के लोगों की जान बचाने के लिए आतंकी हमले में शहादत दी थी.’ इससे पहले दिग्विजय ने कहा ‘मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि मैं बीजेपी प्रत्याशी (साध्वी प्रज्ञा) के खिलाफ कुछ नहीं कहूंगा.’
दरअसल, गुरूवार को कार्यकर्ताओं की बैठक में साध्वी प्रज्ञा ने सम्बोधित करते हुए ’26/11 हमले में शहीद ATS चीफ हेमंत करकरे के बारे में कहा है कि ‘उन्हें उनके कर्मों की सजा मिली है. उन्होंने मुझे गलत तरीके से फंसाया था. हेमंत करकरे मुझे किसी भी तरह से आतंकवादी घोषित करना चाहते थे.’ साध्वी ने कहा ‘मैंने उसे कहा था तेरा सर्वनाश होगा, उसने मुझे गालियां दी थीं| जिस दिन मैं गई तो उसके यहां सूतक लगा था और जब उसे आतंकियों ने मारा तो सूतक खत्म हुआ’।
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाम की घोषणा के बाद से ही प्रज्ञा ठाकुर दिग्विजय पर लगातार हमले कर रही है और अपने ऊपर बीती प्रताड़ना की व्यथा सुना रही है| साध्वी के आरोपों के बावजूद दिग्विजय अब तक खामोश हैं| दिग्विजय सिंह ने साध्वी प्रज्ञा पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है| इससे पहले जब साध्वी को भोपाल से उम्मीदवार बनाया गया था तब दिग्विजय ने ट्वीट कर उनका भोपाल में स्वागत किया था और लिखा था ‘मैं साध्वी प्रज्ञा जी का भोपाल में स्वागत करता हूँ। आशा करता हूँ कि इस रमणीय शहर का शांत, शिक्षित और सभ्य वातावरण आपको पसंद आएगा. मैं माँ नर्मदा से साध्वी जी के लिए प्रार्थना करता हूँ और नर्मदा जी से आशीर्वाद माँगता हूँ कि हम सब सत्य, अहिंसा और धर्म की राह पर चल सकें|