चुनाव से पहले भाजपा-कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है। आए दिन जनसंपर्क के दौरान प्रत्याशियों को विरोध का सामना करना पड़ रहा है। कही काले झंडे दिखाए जा रहे है, तो कही वापस जाओ के नारे तो कही पोस्टर लगाकर क्षेत्र में ना आने की बात कही जा रही है। ऐसा ही नजारा खरगोन की भगवानपुरा विधानसभा सीट पर भी देखने को मिला।यहां ग्रामीणों ने किसी भी राजनीतिक दल के लोगों को गांव में ना घुसने की चेतावनी दी है। इसके लिए रोड नहीं तो वोट नहीं के पर्चे तक क्षेत्र में लगवाए गए है। इस विरोध ने भाजपा-कांग्रेस की नींद उड़ा दी है। दोनों ही दल इस विरोध का तोड़ निकालने में लगे हुए है।
दरअसल, शनिवार शाम भगवानपुरा विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी और पूर्व वर्तमान विधायक जमना सिंह सोलंकी जनसंपर्क के लिए गांव पहुंचे। बस स्टैंड स्थित मोठी माता बाजार चौक पहुंचते ही उन्हें युवाओं ने घेर लिया और एक के बाद एक पेयजल व स्वच्छता को लेकर सवाल दाग दिए।वही बीते पांच सालों का हिसाब मांगा।वर्तमान में कांग्रेस प्रत्याशी विजयसिंह सोलंकी विधायक है।
ग्रामीणों ने विरोध करते हुए कहा कि यहां दोनों दलों की सरकारे रही है, लेकिन इतने सालों में ये एक समस्या भी हल नहीं कर पाए। गांव में आना पसंद नहीं किया, लेकिन चुनाव आते ही वोट के लिए जनसंपर्क करने आ गए। पहले हमारी समस्याओं का निश्चित हल बताए फिर वोट मांगना।हालांकि जमनासिंह सोलंकी ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि हम समस्या का हल निकालने का प्रयास करेंगे। इसके बाद कार्यकर्ताओं के साथ बस स्टैंड से ही लौट गए। इसके विरोध के लिए ग्रामीणों ने किसी भी राजनीतिक दल के लोगों को गांव में नहीं घुसने की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने गांव के हर घर पर एक पर्चा दरवाजों पर चिपका दिया है, जिस पर लिखा है ‘हम मतदान नहीं करेंगे, रोड नहीं तो वोट नहीं। ग्रामीणों ने मार्मिक रूप से मांग करते हुए यह भी लिखा है कि ‘शायद शासन-प्रशासन हमारे गांव के मतदाताओं की मांग के प्रति गंभीर नही है, इसलिए हमने वोट नहीं देने का निर्णय लिया है ‘ इस पर्चे के साथ जिस घर में जितने मतदाता हैं उनके नाम भी उस पर्चे पर लिख कर हस्ताक्षर किए गए हैं।