नई दिल्ली| 17वीं लोकसभा के बजट सत्र के दौरान लोकसभा के नए स्पीकर का चुनाव हो चुका है। बीजेपी सांसद ओम बिरला लोकसभा के नये अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। बुधवार को कार्यवाही शुरू होने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा। कांग्रेस, तृणमूल, द्रमुक और बीजद समेत कई दलों ने इसका समर्थन किया। अध्यक्ष चुने जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी उन्हें स्वयं आसंदी तक लेकर गए। इसके बाद एक-एक करके सांसदों ने बिड़ला को अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी।
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरला को अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई देते हुए उनकी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह सदन के लिए गर्व का मौका है साथ ही मैं बिरला जी को अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई देता हूं। कईं सांसद हैं जो बिरला जी को जानते हैं। बिरला जी ने राजस्थान विधानसभा को भी सेवाएं दी हैं। मोदी खुद उन्हें चेयर तक लेकर आए। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे डर है कि बिड़लाजी की नम्रता और विवेक का कोई दुरुपयोग न कर ले। कोटा-बूंदी से सांसद बिड़ला ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।
मोदी ने चौंकाया, ऐसा रहा बिरला का सफर
ओम बिरला को अध्यक्ष बनाने का फैसला चौंकाने वाला रहा है। इस लिस्ट में मेनका गांधी से लेकर राधामोहन सिंह, रमापति राम त्रिपाठी, एसएस अहलुवालिया और प्रोटेम स्पीकर डॉ. वीरेंद्र कुमार जैसे दिग्गजों के नाम शामिल थे। लेकिन पीएम मोदी ने एक बार फिर सरप्राइस दिया है| राजस्थान के कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुये बिरला लगातार दूसरी बार बीजेपी के टिकट पर लोकसभा सदस्य चुने गये हैं। बिरला ने मंगलवार को लोकसभा सचिवालय के समक्ष अपनी दावेदारी का नोटिस भी प्रस्तुत कर दिया था। पीएम मोदी खुद उनके प्रस्तावक व राजग के तमाम सहयोगी दल अनुमोदक बने थे। राजनीतिक गलियारों में लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए ओम बिरला का नाम भले ही चौंकाने वाला रहा है, लेकिन संसदीय अनुभव उनके पास है। 57 वर्षीय बिरला तीन बार (2003, 2008 और 2013) राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे हैं। उन्होंने संसदीय सचिव की जिम्मेदारी भी संभाली है। वह लगातार दूसरी बार कोटा से जीतकर लोकसभा में पहुंचे हैं। राजनीति के क्षेत्र में उन्हें सबको साथ लेकर चलने में माहिर माना जाता है। उन्होंने राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए उप्र की कई जेलों में यातनाएं भोगी।
पीएम मोदी ने जमकर की तारीफ
ओम बिड़ला के लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर पीएम मोदी ने उनकी जमकर तारीफ की| उन्होंने कहा ओम बिड़ला को इस पर आसीन देखना गर्व की बात है। पुराने सदस्य आपसे भली-भांति परिचित हैं। राजस्थान में भूमिका से भी लोग परिचित हैं। वे जहां से आते हैं, वो शिक्षा का काशी बन गया है। कोटा एक प्रकार से लघु भारत बन गया है। हम लोगों की एक छवि बनी रहती है कि 24 घंटे हम राजनीति करते हैं, तू-तू-मैं-मैं करते हैं। लेकिन अब हार्डकोर्ड पॉलिटिक्स का जमाना जा रहा है। बिड़लाजी की पूरी कार्यशैली समाजसेवा पर केंद्रित रही। गुजराज में जब भूकंप आया तो वे लंबे समय तक अपने इलाके के साथियों के साथ वहां रहे। जब केदारनाथ हादसा हुआ तो अपनी टोली के साथ वहां भी समाजसेवा में लग गए।” ”बिड़ला एक प्रसादम नाम की योजना चलाते हैं जिसमें गरीबों को खाना खिलाया जाता है। एक प्रकार से उन्होंने अपना केंद्र बिंदु जन आंदोलन से ज्यादा जनसेवा को बनाया। वे हमें अनुशासित करेंगे। मुझे विश्वास की सदन में वे उत्तम तरीके से चीजों को कर पाएंगे। मुझे डर है कि उनकी नम्रता और विवेक का कोई दुरुपयोग न कर ले। हम जब पिछले सत्र को याद करेंगे तो सुमित्रा जी का हमेशा मुस्कुराना और स्नेह से डांटना याद आएगा”।